महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते (Maharashtra ATS) ने टेरर फंडिंग मामले में गुरुवार (4 अगस्त, 2022) को परवेज जुबैर (Parvez Zubair) नाम के संदिग्ध को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी UAPA के तहत की गई है। परवेज डी कम्पनी (D Company) के लिए टेरर फंडिंग करते हुए लगातार दाऊद के भाई अनीस इब्राहिम के सम्पर्क में था। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, परवेज जुबैर पाकिस्तान के असामाजिक तत्वों के संपर्क में भी था। वह लंबे समय से फरार था। उसे आज अदालत के सामने पेश किया जाएगा।
Terror funding case | Maharashtra ATS arrests one Parvez Zubair under UAPA.He was in touch with anti-social elements based out of Pakistan,in constant communication with Anees Ibrahim&facilitating funds for D Company.He was absconding for long.He’ll be produced before Court today
— ANI (@ANI) August 4, 2022
इससे पहले महाराष्ट्र ATS ने जून 2022 में जम्मू-कश्मीर से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के लिए फंड और भर्ती में सक्रिय भूमिका निभाने वाले युसूफ को गिरफ्तार किया था। आरोपित ने जुनैद मोहम्मद को फंड ट्रांसफर किया था। इसके बाद आरोपित यूसुफ को पुणे की अदालत में पेश किया गया था।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र एटीएस ने 24 मई 2022 को पुणे से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के लिए काम करने वाले जुनैद मोहम्मद को गिरफ्तार किया था। जुनैद पर लश्कर के लिए आतंकवादियों की भर्ती करने का आरोप था। वह युवाओं का ब्रेनवॉश कर उन्हें दहशतगर्दी के रास्ते पर ले जाता था। जुनैद जम्मू-कश्मीर में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्यों के लगातार संपर्क में था। आरोपित अलग-अलग राज्यों के युवकों को लश्कर में भर्ती करने की कोशिश कर रहा था। जाँच एजेंसी ने उस पर यह भी आरोप लगाया था कि वह आतंकवाद की ट्रेनिंग दिलाने के लिए युवकों को जम्मू-कश्मीर ले जाने की कोशिश कर रहा था।
एटीएस ने जुनैद मोहम्मद समेत चार आरोपितों के खिलाफ आईपीसी और आईटी एक्ट की धाराओं 121 (ए), 153 (ए) और 116 के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। बाद में एटीएस ने 2 जून को इसी मामले में एक और वांछित संदिग्ध 28 वर्षीय आफताब हुसैन शाह को गिरफ्तार किया था। शाह पर जुनैद मोहम्मद और विदेश में रहने वाले लश्कर के एक ऑपरेटिव के बीच की कड़ी होने का आरोप था।