दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर गुरुवार (25 अगस्त, 2022) को आम आदमी पार्टी (AAP) विधायकों की बैठक हुई। इसमें AAP के 9 विधायक गायब रहे। AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा, “दिल्ली में भाजपा का ‘ऑपरेशन लोटस’ फेल। आज हुई बैठक में 62 में से 53 विधायक मौजूद थे। स्पीकर देश से बाहर हैं और मनीष सिसोदिया हिमाचल में हैं। सीएम ने अन्य विधायकों से फोन पर बात की और सभी ने कहा कि वे अंतिम साँस तक सीएम केजरीवाल के साथ हैं।”
हालाँकि, अरविंद केजरीवाल की छवि इस तरह के ड्रामों के लिए ही मशहूर है। 9 विधायक गायब होने की घटना को मीडिया ऐसे दिखा सकता है जैसे कि ये एक बहुत बड़ी घटना हो और सही में ऐसा हुआ हो, लेकिन इसकी कोई गारंटी नहीं है कि AAP भी राजनीति न खेल रही हो। या फिर बात में हो सकता है कि ‘गायब’ विधायकों को वापस बुला लिया जाए और फिर मीडिया अरविंद केजरीवाल को ‘चाणक्य’ बता कर पेश करने लगे, जिन्होंने भाजपा के तथाकथित मिशन को फेल कर दिया। सब कुछ स्क्रिप्ट के अनुसार हुआ भी हो सकता है।
अरविंद केजरीवाल पर ये आरोप भी लगे हैं कि वो विधायकों को खुद के ही लोगों को ‘भाजपा का एजेंट’ बना कर अपने विधायकों को फोन करवाया, ताकि ये एक मुद्दा सके और वो भाजपा को घेर सकें। भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने भी आरोप लगाया है कि खुद ही सीएम केजरीवाल विधायकों को फोन करवाया और दोष भाजपा के मत्थे मढ़ दिया।
BJP’s operation lotus failed in Delhi. 53 out of 62 MLAs were present in the meeting today. Speaker is outside the country & Manish Sisodia is in Himachal. CM spoke to other MLAs over phone & everyone said that they are with CM Kejriwal till their last breath: AAP MLA S Bharadwaj pic.twitter.com/oyRQxHkqED
— ANI (@ANI) August 25, 2022
इससे पहले AAP के 4 विधायकों ने बीजेपी पर ₹20 करोड़ में खरीदने और धमकाने का आरोप लगाया था। आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह का कहना था कि AAP के विधायक अजय दत्त, संजीव झा, सोमनाथ भारती और कुलदीप कुमार से बीजेपी नेताओं से संपर्क साधा है।
आम आदमी पार्टी को आशंका है कि कहीं BJP उनके विधायक ना तोड़ ले, इसलिए AAP की पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में तय हुआ था कि सभी विधायकों को बुलाया जाए।
विधायकों की बैठक से पहले दिल्ली के तिमारपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक दिलीप पांडेय ने कहा था कि उनकी पार्टी के 40 विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। उन्हें 20-20 करोड़ रुपए का ऑफर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) इस बात की जाँच करे कि 40 विधायकों को तोड़ने के लिए 20 करोड़ के हिसाब से 800 करोड़ कहाँ से आए हैं?
“वो हमारे 40 विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं”: @dilipkpandey pic.twitter.com/wOLUlTovRH
— News24 (@news24tvchannel) August 25, 2022
वहीं, AAP विधायक आतिशी मार्लेना ने कहा, “बीजेपी कई दिनों से दिल्ली सरकार को गिराने की कोशिश कर रही है। हमारे विधायकों को पैसे की पेशकश की जा रही है और धमकाया जा रहा है। दिल्ली के डिप्टी सीएम को भी धमकाया। यह इस तरह की पहली कोशिश नहीं है। भाजपा इससे पहले भी ‘ऑपरेशन लोटस’ का प्रयास कर चुकी है। वे हमेशा असफल रहे हैं, आगे भी असफल ही रहेंगे।”
BJP has been trying for days to topple Delhi Govt. Our MLAs are being offered money and being threatened. Delhi Dy CM was threatened too. This is not the first such attempt. BJP has attempted Operation Lotus earlier too. They’ve always failed, they’ll always fail: AAP MLA Atishi pic.twitter.com/qtYLB6taWU
— ANI (@ANI) August 25, 2022
बता दें कि सबसे पहले डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया की तरफ से ये दावा किया गया था कि उन्हें बीजेपी वालों ने शामिल होने का ऑफर दिया है। ये भी कहा गया था कि अगर वे पार्टी को तोड़ने में मदद करेंगे तो उनके ऊपर लगे सभी मामले हटा दिए जाएँगे। वे सीबीआई जाँच से भी मुक्त हो जाएँगे। हालाँकि बीजेपी ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया लेकिन AAP दफ्तर में हलचल बढ़ गई। अरविंद केजरीवाल भी सक्रिय हो गए और उन्होंने अपने सभी विधायकों को एकजुट करने के लिए बैठक बुलाई।
गौरतलब है शराब नीति घोटाले पर दिल्ली में संग्राम जारी है। दिल्ली में जब से डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर कानून का शिकंजा कसा है, राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है। आबकारी नीति मामले में सीबीआई द्वारा दिल्ली के आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की गई थी। बता दें कि दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना द्वारा दिल्ली आबकारी नीति में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोपों की सीबीआई जाँच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार ने जुलाई में नीति को वापस ले लिया था।