राजस्थान के कोटा में एक नाबालिग दलित लड़की से गैंगरेप की खबर है। आरोपितों में अधिकतर मुस्लिम समुदाय के लोग बताए जा रहे हैं।। जानकारी के मुताबिक, लड़की को 4 दिनों तक बंधक बना कर रखा गया और बारी-बारी से आधे दर्जन लोगों ने रेप किया। बाद में इस मामले की जाँच कर रहे कोटा पुलिस के ASI रौनक अली पर भी पीड़िता से छेड़खानी का आरोप लगा है। रौनक अली को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जाँच के लिए पुलिस ने SIT का गठन कर दिया है। लड़की 14 सितम्बर 2022 को अपने घर से गायब हो गई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मामला रामगंजमंडी थाना क्षेत्र का है। पीड़िता की उम्र 14 साल बताई जा रही है, जो क्लास 10 की छात्रा है। बताया जा रहा है कि 14 सितम्बर, 2022 को पीड़िता अपने घर से निकली और ट्रेन में बैठ कर कोटा पहुँच गई। यहाँ पर उसकी क्लास में उसका सीनियर रह चुका दोस्त मिला, जिसने पीड़िता को अपने साथ 14 सितम्बर से 18 सितम्बर तक जबरन रखा। आरोप है कि इस दौरान पीड़िता के साथ कई बार रेप किया गया। इधर पीड़िता के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवा दी थी। 18 सितंबर को आरोपित ने लड़की को एक पार्क के आगे छोड़ दिया और फरार हो गया।
#रामगंजमंडी #Kota आयात, सल्लू और मंजर लेकर गए अनुसूचित जाति की लड़की को फिर आशू राठौर,मंजर एवम दो अन्य ने बलात्कार किया। #ASI रोनक अली ने नाम नहीं लेने के लिए डराया और पीड़ित को गलत तरीक़े से टच किया। @VHPDigital ने की पीड़ित की मदद।@IgpKota @KotaPolice @PoliceRajasthan pic.twitter.com/3BCE2rUsAJ
— Sujeet Swami️ (@shibbu87) September 25, 2022
लड़की यहाँ से पुलिस के हवाले कर दी गई। इस मामले का जाँच अधिकारी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर रौनक अली था। रौनक अली ने थाने ले जाने के बाद 19 तारीख को लड़की को कोटा के ‘बाल कल्याण समिति’ पहुँचाया। 23 सितम्बर को पीड़िता की काउंसिलिंग करवा कर उसे परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। मामले की जानकारी हिन्दू संगठनों को हुई तो बजरंग दल ने घटना के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की माँग की। पीड़िता का मेडिकल करवाया गया और उसके बाद मजिस्ट्रेट के आगे उसके 164 के तहत बयान दर्ज करवाए गए।
उक्त घटना के संबंध में मुक़दमा दर्ज कर लिया गया है
— kota rural police (@spkotarural) September 25, 2022
मामले की जाँच सहायक पुलिस अधीक्षक रामगंजमंडी को सौंपी गई है अग्रिम अनुसंधान जारी है
पीड़िता के घर वालों ने पुलिस पर कार्रवाई में लापरवाही के आरोप लगाए। उन्होंने बताया कि मामले को दबाने और आरोपितों को बचाने का प्रयास किया जा रहा यही। एक रिपोर्ट के अनुसार, खुद जाँच अधिकारी रौनक अली पर लड़की से छेड़छाड़ का आरोप लगा। आरोप है कि रौनक अली ने थाने में लड़की के साथ गाली-गलौच भी किया। इन आरोपों के बाद ASI रौनक अली को सस्पेंड कर दिया गया।
25 सितम्बर 2022 को भाजपा विधायक और अन्य नेताओं ने मामले की शिकायत IG से की तो उनके निर्देश पर घटना की निष्पक्ष जाँच के लिए SIT का गठन कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक केस दर्ज कर के मामले की जाँच की जा रही है। फ़िलहाल अभी तक किसी आरोपित की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है।