Sunday, November 17, 2024
Homeरिपोर्टअंतरराष्ट्रीयफिल्म प्रोडक्शन में उतरीं मलाला यूसुफजई, मुस्लिम लेखकों-निर्देशकों को देंगी मौका: लोग पूछ रहे...

फिल्म प्रोडक्शन में उतरीं मलाला यूसुफजई, मुस्लिम लेखकों-निर्देशकों को देंगी मौका: लोग पूछ रहे – ईरान की महिलाओं के साथ सड़क पर कब उतरोगी?

इस मामले में मलाला यूसुफजई के ट्वीट को 'खानापूर्ति' बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सॉइल मीडिया पर ट्रॉलिंग झेलने के बाद उन्होंने एक ट्वीट कर के इतिश्री कर ली।

नोबेल पुरस्कार विजेता मलाल यूसुफजई ने अब फिल्म प्रोडक्शन की दुनिया में कदम रखा है। इससे पहले उन्होंने एप्पल टीवी के साथ 4 ड्रामा सीरीज के लिए डील साइन की थी, वहीं अब ‘Extracurricular’ ने ‘Indie Studio A24’ के साथ एक फिल्म बनाने के लिए करार किया है। इसमें दक्षिण कोरिया के जेजु द्वीप पर रहने वाली मछलीपालक महलाओं के समुदाय ‘Haenyeo’ पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री भी शामिल हैं।

हालाँकि, उधर मलाला यूसुफजई से लोग ईरान की महिलाओं के साथ सड़क पर उतर कर हिजाब का विरोध करने की माँग कर रहे हैं। मलाला यूसुफजई ने एक ट्वीट कर कहा था कि उन्हें बाल ढकने के लिए कहा जाएगा तब भी वो प्रदर्शन करेंगी और हिजाब हटाने के लिए कहा जाएगा तब भी विरोध करेंगी। ईरान में हिजाब न पहनने के कारण वहाँ की पुलिस ने महसा अमिनी नामक महिला की हत्या कर दी, जिसके बाद वहाँ बड़ी संख्या में महिलाएँ सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन कर ही हैं।

उधर इस मामले में मलाला यूसुफजई के ट्वीट को ‘खानापूर्ति’ बताया जा रहा है। कहा जा रहा है कि सॉइल मीडिया पर ट्रॉलिंग झेलने के बाद उन्होंने एक ट्वीट कर के इतिश्री कर ली। ‘इंडिया टुडे’ की पत्रकार ज्योति गुप्ता ने ‘iChowk’ पर प्रकाशित एक लेख में याद दिलाया है कि कैसे कर्नाटक में हिजाब के समर्थन में मुस्लिम छात्राओं के प्रदर्शन के समर्थन में मलाला मुखर थीं। उन्होंने लिखा कि मलाला यूसुफजई का बयान इससे नरम नहीं हो सकता था और इस्लाम में हिजाब अनिवार्य है, चॉइस का मामला नहीं है।

जहाँ तक मलाला यूसुफजई की बात है, वो अब फिल्म निर्माण में व्यस्त हो गई हैं। उनकी पहली फिल्म Disorientation नामक पुस्तक पे आधारित होगी, जो कि एक सटायर है। इसमें एक छात्र को एक युवा कवि के ऊपर थीसिस लिखते हुए दिखाया जाएगा। इसके अलावा एक अन्य पुस्तक Fifty Words for Rain पर वो दूसरी फिल्म बनाएँगी, जो जापान में दूसरे विश्व युद्ध के समय की कहानी है। मलाला यूसुफजई ने कहा कि वो मुस्लिम लेखकों, निर्देशकों को आगे लाने और महिलाओं के ‘विविध रंग दिखाने’ के लिए फिल्म प्रोडक्शन में उतरी हैं

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

महाराष्ट्र में महायुति सरकार लाने की होड़, मुख्यमंत्री बनने की रेस नहीं: एकनाथ शिंदे, बाला साहेब को ‘हिंदू हृदय सम्राट’ कहने का राहुल गाँधी...

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कहा, "हमारी कोई लड़ाई, कोई रेस नहीं है। ये रेस एमवीए में है। हमारे यहाँ पूरी टीम काम कर रही महायुति की सरकार लाने के लिए।"

महाराष्ट्र में चुनाव देख PM मोदी की चुनौती से डरा ‘बच्चा’, पुण्यतिथि पर बाला साहेब ठाकरे को किया याद; लेकिन तारीफ के दो शब्द...

पीएम की चुनौती के बाद ही राहुल गाँधी का बाला साहेब को श्रद्धांजलि देने का ट्वीट आया। हालाँकि देखने वाली बात ये है इतनी बड़ी शख्सियत के लिए राहुल गाँधी अपने ट्वीट में कहीं भी दो लाइन प्रशंसा की नहीं लिख पाए।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -