पंजाब के मोहाली में एक हिन्दू संत की हत्या हो गई है। मृतक का नाम महंत शीतल दास है जिनकी उम्र 70 साल थी। हत्या धारदार हथियार से की गई है। महंत शीतल दास एक कुटिया में रहते थे और भीख माँग कर गुजारा करते थे। हमलावरों का अभी तक कुछ भी नहीं पता चल पाया है। स्थानीय लोगों ने उनका शव गुरुवार (10 नवम्बर 2022) को देखा। पुलिस ने मामला दर्ज कर के जाँच शुरू कर दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक शीतल दास पिछले 42 वर्षों से मोहाली के पास गाँव बूढ़नपुर में रहते थे। यहाँ उनकी झोपड़ी एक सरकारी स्कूल के पीछे बनी हुई थी। इसी जगह पर महंत की समाधि है। शीतल दास मूल रूप से पंजाब के ही फतेहगढ़ साहिब जिले के पास एक गाँव के निवासी थे। घटना के दिन 10 बजे गाँव की महिलाओं ने उनके शव को देखा तो पुलिस को सूचना दी थी।
इस हत्या के पीछे भैंसों की चोरी करने वाले गैंग के होने की आशंका जताई जा रही है। गाँव वालों का कहना है कि एक दिन पहले गाँव में भैंस चोर घुसे थे और उन्होंने एक किसान की भैंस चुराने का प्रयास किया था। इसी दौरान कुछ लोग जाग गए और शोरगुल शुरू हो गया। शोर सुन कर चोर घर की दीवार कूद कर भाग गए। महंत शीतल दास के पास 3 बीघे जमीन भी थी।
पुलिस हत्या से जुड़े तमाम पहलुओं पर जाँच कर रही है। फिलहाल पुलिस ने शव को कब्ज़े में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। घटना की जाँच की जा रही है। पुलिस ने आरोपितों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिया है। बहुजन समाज पार्टी ने शीतल दास की हत्या की निंदा की है।
घटनास्थल पर पहुँच कर बसपा के प्रदेश सचिव जगजीत सिंह छड़बड़ ने आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद पंजाब में कानून व्यवस्था को पूरी तरह से खत्म बताया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में लोगों को मरता छोड़ कर यहाँ के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात और हिमाचल प्रदेश के प्रचार में व्यस्त हैं।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में पिछले दिनों कई हिंसा की घटनाएँ हुईं हैं। कुछ दिन पहले हिन्दू नेता सुधीर सूरी को मार दिया गया। इसके बाद डेरा अनुयायी की हत्या कर दी गई थी और अब इस तरह हिन्दू महंत को मारने का मामला सामने आया है।