Saturday, May 4, 2024
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‘फॉरेंसिक रिपोर्ट झूठी, रैली में नहीं लगे पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे’: AltNews के प्रतीक सिन्हा ने किया PFI के अब्दुल का बचाव, बोला- मासूम को जेल में डाला

ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर ने पहले दावा किया था कि पीएफआई की रैली में 'एसडीपीआई जिंदाबाद' के नारे लगाए जा रहे हैं न कि 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के। अब प्रतीक सिन्हा ने वायरल वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट को ही 'दोषपूर्ण' बताया है।

प्रोपेगंडा वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ (Alt News) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। अब इसके को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा (Pratik Sinha) पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने वालों के बचाव में उतर आए हैं। इससे पहले कंपनी के एक और को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर ने भी रैली में ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाने वालों को क्लीन चिट दे दी थी। हालाँकि फॉरेंसिक जाँच में उसके दावे झूठे साबित हुए।

दरअसल प्रतिबंधित इस्लामिक कट्टरपंथी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के पूर्व जिलाध्यक्ष अब्दुल सलाम को राजस्थान की भीलवाड़ा पुलिस ने एक रैली में पाकिस्तान समर्थक नारे लगाने के आरोप में सोमवार (21 नवंबर 2022) को गिरफ्तार किया । इस संबंध में 15 मई को एक वीडियो वायरल होने के बाद मामला दर्ज किया गया था। वीडियो में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे सुने जा सकते हैं। प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘ऑल्ट न्यूज़’ ने कथित तथ्यों की जाँच की बात कही थी और PFI नेता को क्लीन चिट दे दी थी।

जबकि सुभाष नगर थाना प्रभारी नंदलाल रिणवा ने बताया कि शिकायत के बाद वायरल वीडियो को फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा गया था। जाँच में पाया गया कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे। इसके अलावा, यह पता चला कि रैली 7 फरवरी, 2021 को नाथूलाल राव के लिए आयोजित की गई थी, जिन्होंने PFI की राजनीतिक शाखा एसडीपीआई के टिकट पर वार्ड 57 से चुनाव जीता था।

मोहम्मद जुबैर ने पहले दावा किया था कि रैली में ‘एसडीपीआई जिंदाबाद’ के नारे लगाए जा रहे हैं न कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के। अब प्रतीक सिन्हा ने वायरल वीडियो की फॉरेंसिक रिपोर्ट को ‘दोषपूर्ण’ बताया है।

प्रतीक सिन्हा ने बुधवार (23 नवंबर 2022) को आजतक के एंकर सुधीर चौधरी के एक ट्वीट को रीट्वीट कर कहा, ”इस मामले में अगर कोई फॉरेंसिक रिपोर्ट है जो यह दावा करती है कि ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे, वह गलत है। इसमें साफ सुना जा सकता है कि ‘एसडीपीआई जिंदाबाद’ के नारे लगाए गए थे। एक निर्दोष व्यक्ति को जेल हो रही है और खुद को पत्रकार कहने वाले अन्याय के पक्ष में खड़े हैं।”

एक अन्य ट्वीट में, सिन्हा ने वह वीडियो साझा किया जिसके कारण पीएफआई संचालक की गिरफ्तारी हुई है। वहीं ऑल्ट न्यूज़ के किए गए दावों के विपरीत, वीडियो में ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ के नारे स्पष्ट रूप से सुने जा सकते हैं।

ऑल्ट न्यूज और इसके संस्थापकों का पाकिस्तान प्रेम देख सोशल मीडिया यूजर्स ने खूब मजे लिए। एक यूजर ने लिखा लगता है ये दोनों (प्रतीक और जुबैर) देश की सभी जाँच एजेंसियों से ऊपर हैं।

वहीं एक और यूजर ने प्रतीक सिन्हा का मजाक उड़ाते हुए कहा, ”कोई उसे टकला या गंजा कहता है तो वह भी नकली और दोषपूर्ण है, क्योंकि उसके सिर पर काले और सुंदर बाल स्पष्ट दिखाई देते हैं। नहीं तो सभी अपनी आँखों की जाँच कराएँ।”

उल्लेखनीय है कि जुबैर भी मई 2022 में अंसारी के समर्थन में उतर आए थे और ट्वीट कर रैली का बचाव किया था। प्रचार पोर्टल के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर पर समुदायों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देने और दंगे भड़काने के लिए कई मामलों में FIR दर्ज किया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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