पंजाब के तरनतारन (Tarantaran, Punjab) के सरहाली कलां पुलिस स्टेशन को शुक्रवार (9 दिसंबर 2022) की देर रात करीब 12 बजे रॉकेट लॉन्चर से हमला किया गया था। इस मामले में बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) के सदस्य पुलिस स्टेशन पहुँचे और जाँच की। इस दौरान एक अहम जानकारी सामने आई है। पता चला कि हमले में रूस में बने आरपीजी-22 का इस्तेमाल किया गया है।
इस आतंकी हमले में पुलिस ने 10 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ के लिए उन्हें अपने साथ लेकर गई है। पुलिस ने जिन लोगों को हिरासत में लिया है, उनमें से तीन अमृतसर से और दो को तरनतारन से पकड़ा गया है। इसके साथ ही गोविंदवाल जेल में बंद एक कैदी समेत 9 अन्य लोगों से पूछताछ की गई है।
आतंकी गतिविधियों को देखते हुए राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (NIA) भी इस मामले में ऐक्टिव हो गई है। NIA ने जिस थाने पर हमला किया गया था, उससे करीब 15 किलोमीटर की दूर हरिके पाटन स्थित आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा के करीबी लखवीर सिंह लांडा के घर और ट्यूबवेल पर छापेमारी की। इस दौरान लांडा के घर पर कोई नहीं मिला।
थाने पर हमला करने वाले संदिग्धों की संख्या पाँच बताई जा रही है। कहा जा रहा है कि संदिग्ध दो बाइक और एक ब्रेजा SUV में सवार थे। हमलावरों के हरिके पाटन और सरहाली के बीच एक ढाबे पर रूकने की बात भी कही जा रही है। इस दौरान हमलावरों ने ढाबा मालिक से खाना भी माँगा था।
कहा जा रहा है कि पाँच में से चार संदिग्ध हिंदी में बात कर रहे थे। इनमें से एक बीमार और शारीरिक रूप से अक्षम था। बता दें कि हमले की जिम्मेवारी आतंकी संगठन ‘सिख फॉर जस्टिस’ के प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannu) ने ली है। घटना में UAPA के तहत मामला दर्ज कर मामले की जाँच की जा रही है।
घटना की जाँच के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। हमले में इस्तेमाल RPG सेना में इस्तेमाल किया जाता है, जिसे रॉकेट लॉन्चर से दागा गया था। इसे पाकिस्तान से तस्करी कर लाया गया है। हमले की शुरुआती जाँच में पुलिस ने रॉकेट लांचर और प्रोपेलर बरामद कर लिया है। पुलिस के हाथ एक सीसीटीवी फुटेज भी लगी है।
यह पिछले सात महीने में दूसरा हमला है। RPG का इस्तेमाल कर हाईवे से ग्रेनेड दागा गया था, जो सरहाली थाने के सुविधा केंद्र से टकराया था। जिस वक्त हमला किया गया, उस समय SHO समेत करीब 10 पुलिसकर्मी थाने में मौजूद थे। हालाँकि, हमले में कोई हताहत नहीं हुआ है। इस मामले में सरहाली कलां थाने के SHO प्रकाश सिंह को हटाकर सुखबीर सिंह को भी प्रभार दिया गया है।