पंजाब सतर्कता ब्यूरो (Vigilance Bureau) ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी (Punjab Ex CM Charanjit Singh Channi) के खिलाफ भ्रष्टाचार की मिली शिकायत की जाँच शुरू की है। चन्नी पर राज्य सरकार के दास्तान-ए-शहादत समारोह के धन को परिवारिक समारोह में खर्च करने का आरोप है। इस मामले में ब्यूरो चन्नी से पूछताछ कर सकता है।
सतर्कता अधिकारियों ने कहा कि ब्यूरो की जाँच शिकायत की पुष्टि से संबंधित है। ब्यूरो तथ्यों का पता लगाने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री को भी तलब कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय जाँच सत्यापन के स्तर पर है न कि नियमित जाँच के स्तर पर। चन्नी ने इसे भगवंत मान के नेतृत्व वाली AAP सरकार का राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है।
दरअसल, पंजाब विजिलेंस ब्यूरो को नवंबर 2021 में आयोजित दास्तान-ए-शहादत कार्यक्रम के दौरान बिलों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करने की शिकायत मिली थी। इसके अलावा इकट्ठा किए गए 1.47 करोड़ रुपए को पूर्व सीएम चन्नी के बेटे के शादी समारोह में समायोजित करने की बात कही है।
बठिंडा के भागू गाँव के रहने वाले राजबिंदर सिंह ने राज्य पर्यटन विभाग के पूर्व मुख्य महाप्रबंधक एसके चड्ढा और कार्यकारी अभियंता प्रेमचंद के खिलाफ सतर्कता ब्यूरो में शिकायत दी थी। राजबिंदर सिंह ने अपनी शिकायत में राज्य में विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले चमकौर साहिब में 19 नवंबर 2021 को आयोजित दास्तान-ए-शहादत समारोह में घोटाले का आरोप लगाते हुए जाँच का अनुरोध किया था।
शिकायतकर्ता राजबिंदर सिंह ने दावा है किया कि पर्यटन विभाग ने दास्तान-ए-शहादत कार्यक्रम पर 1.47 करोड़ रुपए खर्च किए थे। इसके बिलों को चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की शादी के दौरान किए गए खर्च को समायोजित करने के लिए और अधिक बढ़ा दिया गया था।
राजबिंदर ने यह भी आरोप लगाया कि निर्धारित 12 रुपए प्रति कप के मुकाबले समारोह में एक कप चाय की कीमत 2,000 रुपए रखी है। उन्होंने दावा किया कि 10 अक्टूबर 2021 को पूर्व सीएम चन्नी के बेटे के विवाह समारोह के दौरान हुए खर्चों को समायोजित करने के लिए दास्तान-ए-शहादत समारोह के बहाने सरकारी धन की लूट की गई थी।
उस समय पूर्व मुख्यमंत्री चन्नी के पास पर्यटन विभाग था। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि पर्यटन विभाग ने उस वक्त चार निविदाएँ जारी कीं और उसी दिन निर्धारित मानदंडों का उल्लंघन करते हुए 1.47 करोड़ रुपए का काम दे दिया। वहीं, एसके चड्ढा ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि ये निविदाएँ सक्षम प्राधिकारी की मंजूरी के साथ मँगाई गई थीं।
उधर, चन्नी का कहना है कि AAP सरकार उनसे राजनीतिक प्रतिशोध ले रही है। उन्होंने कहा यह शिकायत हास्यास्पद है, क्योंकि वह सरकारी समारोह उनके बेटे की शादी के एक महीने से अधिक समय बाद हुआ था। चन्नी ने कहा कि शादी साधारण थी और एक गुरुद्वारे में हुई थी। जिस मैरिज पैलेस में रिसेप्शन आयोजित किया गया था, उसने उनसे कोई पैसे नहीं लिए थे। उन्होंने कहा, “भगवंत मान सरकार मेरे पीछे पड़ी और मेरे बैंक खातों की जाँच कर रही है।”