केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के डोडा जिले के 7 घरों में दरार आने की खबर सामने आई है। उत्तराखंड के जोशीमठ के बाद यहाँ के घरों में आई दरारों से स्थानीय नागरिकों में डर का माहौल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, डोडा जिले के घरों में आई दरारें जोशीमठ के घरों में आई दरारें जैसी ही हैं।
ये दरारें डोडा के थाथरी शहर के बस्ती इलाके में आई है। ‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार, लोग अपने घरों को छोड़ कर पड़ोसी या रिश्तेदारों के घरों में रहने चले गए हैं। भू-वैज्ञानिकों की एक टीम और जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया है और दरारों के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
डोडा जिले के सबडिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) अतहर अमीन जरगर ने बताया, “दिसंबर में यहाँ के एक घर में दरार आने की बात सामने आई थी। गुरुवार (2 फरवरी, 2023) तक यहाँ के छह इमारतों में दरार आने की सूचना मिली थी। अब यह दरार बढ़ने लगी है। यह क्षेत्र धीरे-धीरे डूब रहा है। सरकार दूसरी ओर जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की कोशिश कर रही है।”
वहीं ‘टाइम्स नाउ’ की रिपोर्ट के अनुसार, यहाँ के कम से कम 20 परिवारोंं को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया है। यह क्षेत्र लगभग 50 से 60 घरों वाला है। गुरुवार (2 फरवरी, 2023) देर रात करीब 12.30 बजे गाँव के नीचे एक बड़ा भूस्खलन आया था और इस वजह से कुछ घर ढह गए। इसके बाद से यहाँ के निवासियों में दहशत का माहौल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, सड़कों के निर्माण में मशीनरी का उपयोग हो रहा है और पानी के रिसाव समेत कई कारण हैं, जिससे यहाँ जोशीमठ जैसी हालात पैदा हो गए हैं। उल्लेखनीय है कि जोशीमठ में भी कई घरों में दरार आने के बाद वहाँ के निवासियों को सुरक्षित जगह भेजा गया है। इसके साथ ही सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया था। वहीं गुरुवार को जोशीमठ के सवाल पर केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री जितेन्द्र सिंह ने संसद में बताया था कि जोशीमठ में अबतक 296 परिवारों को सुरक्षित क्षेत्र में पहुँचाया गया है।