Saturday, December 21, 2024
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लंदन में फिर पाकिस्तानियों की गुंडई, भारतीय उच्चायोग पर फेंके पत्थर और स्मोक बम

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तानियों ने लंदन में दूसरी बार ऐसी हिमाकत की है। इससे पहले 15 अगस्त को उच्चायोग के सामने देश की स्वतंत्रता का जश्न मना रहे भारतीयों पर पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिकों ने हमला किया था।

ब्रिटेन की राजधानी लंदन में फिर से पाकिस्तानियों ने उत्पात मचाया है। यहॉं स्थित भारतीय उच्चायोग के सामने
मंगलवार (सितंबर 3, 2019) को पाकिस्तानी कश्मीर के नाम पर इकट्ठा हुए और फिर सैकड़ों की भीड़ ने दफ्तर पर हमला किया। बिल्डिंग पर अंडे, टमाटर, जूते, पत्थर, स्मोक बम और बोतलों से हमला किया गया।

जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद पाकिस्तानियों ने लंदन में दूसरी बार ऐसी हिमाकत की है। इससे पहले 15 अगस्त को उच्चायोग के सामने देश की स्वतंत्रता का जश्न मना रहे भारतीयों पर पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिकों ने हमला किया था।

कश्मीर पर अपने प्रोपगेंडा को ​समर्थन नहीं मिलने से निराश पाकिस्तान के हुक्मरान दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में भारतीय प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने की साजिश रच रहे हैं। बीते दिनों दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता तेजिंदर बग्गा ने एक ऑडियो जारी कर इस साजिश का खुलासा किया था। ऑडियो में पेरिस में भारत विरोधी प्रदर्शन की आयोजक एक पाकिस्तानी महिला इसमें शामिल होने के लिए पैसे का लालच देती सुनाई पड़ रही है।

भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट कर मंगलवार को हुए हमले की जानकारी दी। भारतीय उच्चायोग ने प्रदर्शन का फोटो ट्वीट करते हुए कहा, “लंदन में भारतीय उच्चायोग के सामने दूसरी बार हिंसक प्रदर्शन किया गया।” तस्वीर में उच्चायोग की खिड़कियों के शीशे टूटे हुए दिखाई दे रहे हैं।

पाकिस्तानी मूल के ब्रिटिश नागरिकों ने अपने इस विरोध-प्रदर्शन को ‘कश्मीर फ्रीडम मार्च’ का नाम दिया था। मार्च पार्लियामेंट स्क्वेयर से शुरू होकर भारतीय उच्चायोग की बिल्डिंग तक पहुँचा। मार्च का नेतृत्व यूके की लेबर पार्टी के कुछ सांसदों ने किया। प्रदर्शनकारियों के हाथ में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) का झंडा और प्लेकार्ड था, जिस पर लिखा था- कश्मीर में गोलाबारी बंद करो और चिल्लाते हुए कह रहे थे- ‘हम आजादी चाहते हैं।’ प्रदर्शनकारियों में मुख्य रूप से ब्रिटिश पाकिस्तानी और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) मूल के ब्रिटिश नागरिक शामिल थे।

लंदन के पाकिस्तानी मूल के मेयर सादिक खान ने इस घटना की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इस बारे में लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस से बात की है। जल्द से जल्द दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि, 15 अगस्त को हुए हमले में पाकिस्तानी मूल के हमलावरों ने बच्चों और महिलाओं को भी नहीं बख्शा था। उन्होंने जश्न मना रहे भारतीयों पर पानी, जूस, आलू, टमाटर, अंडे और भी कई अन्य चीजें फेंक कर कर उन्हें नुकसान पहुँचाने की कोशिश की।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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