राजस्थान के जयपुर के जमवारामगढ़ में रविवार (26 मार्च 2023) को निकाली गई हिंदू रणभेरी रैली पर पथराव कर दिया गया। पत्थरबाजी की घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल पैदा हो गया। हालात सामान्य करने के लिए पुलिस को अतिरिक्त फोर्स बुलानी पड़ी। मामले में अब तक 12 से ज्यादा पत्थरबाजों को गिरफ्तार किया गया है।
हिंदू नव वर्ष को लेकर निकाली जा रही बाइक रैली को जमवारामगढ़ के रायसर इलाके के ताला गाँव में निशाना बनाया गया। बताया जा रहा है कि रास्ते में पड़ने वाले मदरसे से मुस्लिमों की भीड़ ने रैली में शामिल लोगों पर पत्थर बरसाए। अचानक हुए इस हमले से निपटने के लिए पुलिस को अतिरिक्त फोर्स की मदद लेनी पड़ी। रैली में मौजूद साधूराम जाट ने रायसर थाने में पत्थरबाजी को लेकर केस दर्ज कराया है। पुलिस ने अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
सोशल मीडिया पर घटना का एक वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें देखा जा सकता है कि शांतिपूर्वक निकाली जा रही रैली में देश भक्ति (मेरा रंग दे बसंती चोला) के गाने बजाए जा रहे थे। अचानक इस्लामी टोपी पहनी भीड़ रैली में शामिल लोगों पर पत्थर फेंकने लगती है। पुलिस वालों को भी पत्थरों से निशाना बनाया जा रहा है। पत्थर चलाने वालों में बच्चे भी शामिल हैं। बीजेपी सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौर ने वीडियो शेयर करते हुए राजस्थान की सरकार पर निशाना साधा।
राठौर ने लिखा, “जयपुर ग्रामीण के जमवारामगढ़ में शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकाल रहे बहुसंख्यक समुदाय के लोगों पर मदरसे से पथराव और हमले की यह घटना कॉन्ग्रेस सरकार के तुष्टिकरण की राजनीति का नतीजा है। शासन-प्रशासन ऐसे मदरसों और उपद्रवियों पर तत्परता से कठोर कार्रवाई करे। राज्य सरकार भी सुन ले कि बहुसंख्यक समाज के प्रति उसके संवेदनहीन रवैये से जनाक्रोश बढ़ रहा है।”
भाजपा नेता ने लिखा कि राजस्थान में पीएफआई की मानसिकता खूब फली-फूली है। हिंदुओं की शोभायात्राओं, धार्मिक आयोजनों और रैलियों पर समुदाय विशेष के पथराव जैसी घटनाएँ बढ़ी हैं। बता दें कि हिंदू नववर्ष के अवसर पर हर साल इलाके से हिंदू रणभेरी रैली निकाली जाती है।