Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजस्कूल के मुस्लिम प्रिंसिपल ने हिजाब किया अनिवार्य, कहा- लड़कियों को बुरी नजर से...

स्कूल के मुस्लिम प्रिंसिपल ने हिजाब किया अनिवार्य, कहा- लड़कियों को बुरी नजर से बचाता है

करीमगंज के ईस्ट पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल एबी हन्नान ने हिजाब पहने हुए लड़कियों की तस्वीर भी फेसबुक पर पोस्ट की है। सोशल मीडिया पर हन्नान के प्रोफाइल में भी झोल है। उन्होंने खुद को केंद्र सरकार का कर्मचारी भी बता रखा है।

असम के करीमगंज के एक स्कूल में लड़कियों के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। करीमगंज स्थित ईस्ट पॉइंट पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल एबी हन्नान ने सोशल मीडिया पर अपने फेसबुक अकाउंट के जरिए सूचना दी है कि स्कूल में लड़कियों के लिए हिजाब पहनना अनिवार्य कर दिया गया है और यह फैसला उन्हें बुरी नज़रों से बचाने के लिए किया गया है।

हन्नान ने फेसबुक पर हिजाब पहने हुए लड़कियों की तस्वीर भी पोस्ट की है। एबी हन्नान के फेसबुक प्रोफ़ाइल में लिखा हुआ है कि वो भारत सरकार के अंतर्गत मानव संसाधन मंत्रालय में काम करते हैं। हालाँकि, उनका फेसबुक अकाउंट ही उन्हें IAS?ACS अभ्यर्थी भी बताता है।

इसके अलावा हन्नान का इंस्टाग्राम अकाउंट बताता है कि वो करीमगंज में ईस्ट पब्लिक स्कूल में प्रिंसिपल के रूप में कार्यरत हैं। उनकी सोशल मीडिया तस्वीरों से भी यही जानकारी मिलती है कि वो करीमगंज में स्कूल में प्रिंसिपल हैं, ना कि भारत सरकार के अंतर्गत काम करते हैं। हालॉंकि यह स्पष्ट नहीं है कि इस स्कूल में पढ़ने वाले सारे बच्चे मुस्लिम ही हैं या फिर दूसरे धर्म के बच्चे भी यहॉं पढ़ते हैं।

हिजाब इस्लामिक शरिया कानून के अनुसार आवश्यक बताया जाता है। मुस्लिम देशों में हिजाब के नियम को तोड़ने या उसकी अवमानना पर सख्त सजाएँ हैं। हालाँकि, ईरान जैसे देशों में महिलाएँ इस प्रथा के खिलाफ आवाज उठाते हुए देखी जाती हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -