महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने अपनी पार्टी NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में खुद इसका ऐलान किया। शरद वपार भारत के रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने जून 1999 में कॉन्ग्रेस तोड़ कर NCP की स्थापना की थी। अब लगभग 24 वर्षों बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब MVA (महा विकास अघाड़ी) गठबंधन पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें NCP के साथ कॉन्ग्रेस और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) भी हैं।
शरद पवार 4 अब्र महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे, तब उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया था। वहीं मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उन्होंने बतौर कृषि मंत्री कार्य किया। शरद पवार अपने उत्तराधिकारी को लेकर कहा कि कमिटी NCP के नए अध्यक्ष को लेकर निर्णय करेगी। उन्होंने मंगलवार (2 मई, 2023) को अपने आत्मकथा विमोचन कार्यक्रम के दौरान कहा कि अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी पार्टी को उस दिशा में मार्गदर्शित करे, जहाँ वो इसे ले जाना चाहते हैं।
शरद पवार ने इशारा किया है कि NCP में पहले एक कमिटी गठित की जाएगी, जो नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगाएगी। महाराष्ट्र के पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजित पवार उनके बाद पार्टी में सबसे ताकतवर नेता हैं, जिन्हें कार्यकर्ता ‘दादा’ भी कहते हैं। वहीं शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी सांसद हैं। हालाँकि, शरद पवार ने साफ़ कर दिया है कि वो राजनीतिक, समाजिक और सांस्कृतिक जीवन में सक्रिय रहेंगे और काम करते रहेंगे।
#WATCH | "I am resigning from the post of the national president of NCP," says NCP chief Sharad Pawar pic.twitter.com/tTiO8aCAcK
— ANI (@ANI) May 2, 2023
शरद पवार इस समय देश के सबसे बुजुर्ग नेताओं में से एक हैं। कुछ ही दिनों पहले वो पंजाब पहुँचे थे, जहाँ उन्होंने वहाँ के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बदल के निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। हाल ही में जिस तरह से उनके भतीजे अजित पवार द्वारा बागी तेवर दिखाने और विधायकों के साथ गायब होने की खबरें आई हैं, उसके बाद से ही पार्टी में राजनीतिक संकट है। अजित पवार भाजपा के साथ जाने की अटकलों से इनकार करते रहे हैं, लेकिन वो नवंबर 2019 में 3 दिन की सरकार भाजपा के साथ मिल कर चला चुके हैं।