Sunday, September 8, 2024
Homeराजनीति'जय बजरंग बली नारे से अल्पसंख्यकों में बनेगा डर का माहौल': कॉन्ग्रेस नेता रहमान...

‘जय बजरंग बली नारे से अल्पसंख्यकों में बनेगा डर का माहौल’: कॉन्ग्रेस नेता रहमान खान ने कहा – PM मोदी के खिलाफ एक्शन ले चुनाव आयोग

"लिंचिंग हो रही है। जबरन 'जय श्री राम' बुलवाया जा रहा है। कोई आम आदमी बोलता तो भला कोई बात नहीं थी।"

कर्नाटक में कॉन्ग्रेस ने ‘बजरंग दल’ को प्रतिबंधित करने का वादा अपने घोषणापत्र में किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी पर हनुमान जी के अपमान का आरोप लगाया। वहीं अब कॉन्ग्रेस नेता व पूर्व केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री के रहमान खान ने ‘जय बजरंग बली’ नारे से आपत्ति जताई है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से कहा है कि वो मतदान करते समय ‘जय बजरंग बली’ नारा लगाएँ। उन्होंने ANI से बातचीत में ये बातें कही।

कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “मैंने प्रधानमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि जब आप बूथ पर वोट डालने के लिए जाएँगे, आप ‘जय बजरंग बली’ बोल कर वोट करिए। प्रधानमंत्री को ये बात नहीं बोलनी चाहिए थी। वो पूरे देश के प्राइम मिनिस्टर हैं और वो ये बात कह रहे हैं तो ये सही नहीं है। अब अगर बूथ में लोग इस तरह से जोर-जोर से पुकारते रहेंगे तो किसे-किसे कंट्रोल किया जाएगा? अल्पसंख्यक वहाँ जाएँगे तो उनमें डर का माहौल होगा।”

के रहमान खान ने कहा कि वो चुनाव आयोग से अपील करते हैं वो इस पर संज्ञान ले और इसे रोके। उन्होंने कहा कि देश में अल्पसंख्यक लोग डर नहीं रहे हैं, लेकिन माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा, “एटमॉस्फेयर ऐसा ही बना हुआ है। लिंचिंग हो रही है। जबरन ‘जय श्री राम’ बुलवाया जा रहा है। कोई आम आदमी बोलता तो भला कोई बात नहीं थी। लेकिन, प्रधानमंत्री ऐसा बोल रहे हैं तो इलेक्शन कमीशन को नोटिस लेना चाहिए।”

बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक रैली के दौरान कहा था, “आजकल कोई भी मोदी को गाली दे रहा है। क्या कर्नाटक में कोई भी गाली संस्कृति को स्वीकार करता है? क्या कर्नाटक गाली देने वाले को माफ कर देता है? जब पोलिंग बूथ में बटन दबाओ तो ‘जय बजरंग बली’ बोल कर इन्हें सज़ा दे देना।” देश के कई इलाकों में ‘बजरंग दल’ ने कॉन्ग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया है। कॉन्ग्रेस पार्टी ने घोषणापत्र में ‘बजरंग दल’ की तुलना प्रतबंधित इस्लामी कट्टरपंथी संगठन PFI से भी कर डाली थी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -