Wednesday, November 20, 2024
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जब मैं मिली तब MA कर रहे थे मोदी, प्रोफेसर प्रवीण सेठ थे मेंटर: पत्रकार शीला भट्ट ने PM की डिग्री पर ‘AAP-कॉन्ग्रेस’ का किया मुँह बंद, कहा- मैं उनके सहपाठी को भी जानती हूँ

शीला भट्ट कहती हैं कि पिछले दिनों जब अरविंद केजरीवाल ने और कॉन्ग्रेस ने यह लिखना शुरू किया था कि मोदी पढ़े-लिखे नहीं हैं तो शीला भट्ट ने उस क्लासमेट को कॉल किया था और कहा था कि तुम इस पर कुछ बोलती क्यों नहीं हो। लेकिन उसने कहा कि नहीं मैं कुछ नहीं बोलना चाहती।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री को लेकर आए दिन विपक्ष बवाल करता है। ऐसे में वरिष्ठ पत्रकार शीला भट्ट ने नरेंद्र मोदी के पोस्ट ग्रेजुएशन के दिनों के बारे में खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि सन् 1981-82 में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पोस्ट ग्रेजुएशन की थी और वो इसी दौरान उनसे मिली थीं। शीला के अनुसार नरेंद्र मोदी बहुत ही ज्यादा पढ़ाई-लिखाई करने वाले छात्र थे।

12 जुलाई 2023 को शीला भट्ट ने एएनआई से बात करते हुए खुलासा किया कि नरेंद्र मोदी के मेंटर का नाम प्रवीण सेठ था जो कि उनके भी मेंटर थे। दोनों (शीला भट्ट और नरेंद्र मोदी) की मुलाकात प्रवीण सेठ के कारण ही हुई थी। आज वो एक ऐसी वकील को भी जानती हैं जो उस समय नरेंद्र मोदी की क्लासमेट थीं। मगर इस बारे में बोलने को तैयार नहीं है।

शीला भट्ट कहती हैं कि पिछले दिनों जब अरविंद केजरीवाल ने और कॉन्ग्रेस ने यह कहना-लिखना शुरू किया था कि मोदी पढ़े-लिखे नहीं हैं तो उन्होंने उस क्लासमेट को कॉल किया था और कहा था- “तुम इस पर कुछ बोलती क्यों नहीं हो। लेकिन उसने कहा कि नहीं मैं कुछ नहीं बोलना चाहती।:

बता दें कि कॉन्ग्रेस और आम आदमी पार्टी ने पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया पर एक हवा बनाने की कोशिश की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पढ़े-लिखे नहीं हैं। हालाँकि अब शीला भट्ट के बयान से साफ होता है कि किस तरह का माहौल बनाकर पीएम मोदी को बदनाम करने का प्रयास हुआ। कभी मोदी हटाओ-देश बचाओ के नारे दिए गए तो कभी कहा गया कि भारत में नफरत फैलने से रोकने के लिए जरूरी है कि भारत को एक पढ़ा लिखा इंसान मिले। सीएम केजरीवाल ने भी कहा था कि पीएम मोदी अपनी डिग्री दिखाएँ। कॉन्ग्रेस ने तो पीएम की अंग्रेजी का मजाक तक उड़ाया था। इसके अलावा जो डिग्री सामने आई उसे भी फर्जी बोलकर उसपर सवाल खड़े किए गए थे कि दिल्ली यूनिवर्सिटी पर तो ऐसी डिग्री का रिकॉर्ड ही नहीं है।

हालाँकि अब साफ होता है कि पीएम पर न केवल डिग्रियाँ हैं जो उनके पढ़े-लिखे होने का सबूत देती हैं बल्कि वो लोग भी हैं जो उन्हें उस समय से जानते हैं जब वो पोस्ट ग्रेजुएशन कर रहे थे। इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने साल 2016 में पीएम मोदी की डिग्री पब्लिक की थी। इसमें बताया गया था कि पीएम ने अपनी ग्रेजुएशन 1978-79 में की थी और पोस्ट ग्रेजुएशन गुजरात यूनिवर्सिटी से 1981-82 में पूरी की थी।

वहीं शीला भट्ट के बारे में भी बता दें कि वह पत्रकारिता में 1979 से ही सेवा दे रही हैं। उन्होंने जानकारी दी कि एक ही मेंटर होने के कारण उनकी मुलाकात हुई थी। अब तक शीला भट्ट इंडियन एक्सप्रेस , दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के लिए काम कर चुकी हैं। फिलहाल वह गल्फ न्यूज और प्रिंट के लिए कॉलम लिखती हैं। इस इंटरव्यू की जानकारी शीला ने अपने ट्वीट के जरिए भी दी है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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