Monday, December 23, 2024
Homeदेश-समाजहिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश से फिर तबाही: शिमला में शिव मंदिर ढहने से 9...

हिमाचल-उत्तराखंड में भारी बारिश से फिर तबाही: शिमला में शिव मंदिर ढहने से 9 की मौत, सोलन में बादल फटने से 7 की गई जान, नदी में समा गई कॉलेज

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटनास्थल पर पहुँचे और बचाव कार्य का जायजा लिया। वहीं शिमला के फागली में भी भूस्खलन से एक दर्जन लोग मलबे में दब गए।

पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड प्राकृतिक आपदा से जूझ रहे हैं। बाढ़ और भूस्खलन से लेकर बादल फटने और इमारतों के ढहने तक, कई लोगों की मौत की भी खबर है। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में 2 स्थानों पर भूस्खलन होने के कारण 12 मौतें हुई हैं। शिमला के ही समरहिल स्थित शिव मंदिर भी भूस्खलन की चपेट में आ गया। मंदिर के भीतर 25-30 लोग फँसे हुए हैं। इनमें से 9 की मौत की खबर आई है। मंडी स्थित 300 वर्ष प्राचीन पंचवक्त्र मंदिर में भी पानी भर गया है।

शिमला स्थित जो देवस्थान में लैंडस्लाइड से तबाही का शिकार बना है, उसका नाम शिव बावड़ी मंदिर है। मृतकों में बच्चे भी शामिल हैं। शिमला के उपनगर बालूगंज में ये मंदिर स्थित है। सावन का सोमवार (14 अगस्त, 2023) होने की वजह से यहाँ भारी भीड़ थी। भारी बारिश के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में भी दिक्कत आ रही है। पहाड़ी से काफी देर तक पत्थर गिरते रहे। कई पेड़ तो मंदिर के ऊपर ही गिर गए। SDRF, ITBP और पुलिस के अलावा स्थानीय लोग भी बचाव कार्य में जुटे हुए हैं।

साथ ही मलबा हटाने के लिए JCB का भी इस्तेमाल किया जा रहा है। सावन में भंडारा भी होता है, ऐसे में कुछ लोग मंदिर में प्रसाद वाली खीर बनाने के लिए भी गए हुए थे। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी घटनास्थल पर पहुँचे और बचाव कार्य का जायजा लिया। वहीं शिमला के फागली में भी भूस्खलन से एक दर्जन लोग मलबे में दब गए। इससे पहले सोलन के जादोन गाँव में बादल फटने के कारण 7 लोगों की मौत हुई थी। मंडी में भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हैं।

मंडी के द्रंग स्थित कटौला के सगरी बांबोला में भी एक घर के ढहने से 8 लोग उसमें फँस गए। पीपलकोटी में भी भारी बारिश के कारण कई गाड़ियाँ मलबे में दब गईं। हिमाचल के सीएम ने आग्रह किया है कि कुछ दिन तक पर्यटक राज्य में न आएँ। प्राणमति नदी भी अच्छी-खासी उफान पर है। फागली में कहा भूस्खलन हुआ है, वहाँ नेपाली समाज के कई लोग रहते हैं। उत्तराखंड में भी सोल घाटी मोटर मार्ग बह गया। चमोली में मायापुर स्थित बद्रीनाथ हाइवे पर कई गाड़ियाँ दबी हुई हैं।

उत्तराखंड में भी हालात अच्छे नहीं हैं। देहरादून स्थित एक डिफेंस कॉलेज की बिल्डिंग ढह गई। राज्य में अब तक बारिश की आपदा से 60 लोगों के मौत की बात कही जा रही है। डिफेंस कॉलेज की इमारत प्रभाकर नदी में ही समा गई। ये कॉलेज माल देवता नामक इलाके में स्थित है। बिल्डिंग के नीचे की मिट्टी में लगातार कटाव हो रहा था। चमोली में भी बादल फ़टे हैं। 16 अगस्त को भी राज्य में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

किसी का पूरा शरीर खाक, किसी की हड्डियों से हुई पहचान: जयपुर LPG टैंकर ब्लास्ट देख चश्मदीदों की रूह काँपी, जली चमड़ी के साथ...

संजेश यादव के अंतिम संस्कार के लिए उनके भाई को पोटली में बँधी कुछ हड्डियाँ मिल पाईं। उनके शरीर की चमड़ी पूरी तरह जलकर खाक हो गई थी।

PM मोदी को मिला कुवैत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर’ : जानें अब तक और कितने देश प्रधानमंत्री को...

'ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' कुवैत का प्रतिष्ठित नाइटहुड पुरस्कार है, जो राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी शाही परिवारों के सदस्यों को दिया जाता है।
- विज्ञापन -