भारत की युवा पहलवान अंतिम पंघाल ने विश्व रेसलिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। अंतिम ने दो बार की यूरोपियन चैंपियन एम्मा मालमग्रेन को हराकर यह जीत दर्ज की। इसके साथ ही उन्होंने 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए कोटा भी हासिल कर लिया है। ऐसा करने वाली पहली भारतीय पहलवान हैं।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल के लिए हुए मैच में अंतिम पंघाल ने 53 किग्रा कैटेगरी में स्वीडन की एमा मालमग्रेन को 16-6 के बड़े अंतर से मात दी। 19 वर्षीय अंतिम पंघाल ने चैंपियनशिप पहले मैच में गत चैम्पियन को डोमिनिक ओलिविया को 3-2 से हराकर नेक्स्ट राउंड में जगह बनाई थी।
इसके बाद दूसरे राउंड में अंतिम ने पोलैंड की रोकसाना मार्टा जसिना को टेक्निकल सुपिरियॉरिटी के आधार पर हराया था। फिर क्वार्टर फाइनल में रूस की नैटली मलेशेवा से हुए मुकाबले में 9-6 के अंतर से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। हालाँकि इसके बाद सेमीफाइनल में अंतिम पंघाल को बेलारुस की वेनेसा कालजिन्सकाया के हाथों 4-5 के करीबी अंतर से हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन ब्रॉन्ज मेडल जीतकर उन्होंने ओलंपिक का टिकट पक्का कर लिया है।
बता दें कि अंतिम पंघाल वही पहलवान हैं जिन्हें नेशनल ट्रायल जीतने के बाद भी एशियन गेम्स के लिए स्टैंड बाय पर रखा गया था। उनकी जगह विनेश फोगाट को बिना ट्रायल ही एशियन गेम्स में डायरेक्ट एंट्री दी गई थी। इसके बाद अंतिम पंघाल हाई कोर्ट भी गईं थीं। इसके बाद उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी। बाद में विनेश फोगाट ने चोट के कारण अपना नाम वापस ले लिया था। इसके बाद कुश्ती संघ ने अंतिम पंघाल का नाम एशियन गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए भेजा गया था।
गौरतलब है कि विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में भारत का अब तक का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था। लेकिन अब अंतिम पंघाल के ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद कुछ और पदकों की उम्मीदें जाग गई है। इससे पहले पुरुष वर्ग में गुरप्रीत सिंह, अजय सजन और मेहर सिंह क्वालिफिकेशन राउंड में ही हार कर बाहर हो गए था। वहीं अभिमन्यु को सेमीफाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। अब वह ब्रॉन्ज मेडल के लिए खेलेंगे। इससे भारत को एक और पदक मिलने की उम्मीद है।