हालाँकि सरकार के सूत्रों ने इन मीडिया रिपोर्ट्स को भ्रांतिपूर्ण बताया क्योंकि इन रिपोर्ट्स में जिस ऑक्सीजन की बात की गई है वह औद्योगिक ऑक्सीजन है जो कि मेडिकल ऑक्सीजन से कहीं अलग होती है।
अब इसी क्रम में सिद्धार्थ वरदाराजन ने फिर से फेक न्यूज फैलाई है। हालाँकि इसी फेक न्यूज के लिए एक दिन पहले ही द लॉजिकल इंडियन सार्वजनिक रूप से माफी माँग चुका है।
परीक्षा पे चर्चा में पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा में सरल प्रश्नों को पहले हल करने का सुझाव दिया जाता है लेकिन पढ़ाई के दौरान इसके उलट व्यवहार करना चाहिए।
यूपी पुलिस ने बीबीसी के दावे का खंडन करते हुए सच्चाई बताई। इस ट्वीट में उन्होंने साल 2016 से 2019 तक के क्राइम रेट का आँकड़ा भी शेयर किया है। जिसमें बताया गया है कि....
NDTV की खबर में फर्जी दावा किया गया कि कोरोना के टीके का स्टॉक राजस्थान के पास खत्म हो रहा है। ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से अभी राजस्थान की माँग के बाद भी उसे टीका मुहैया नहीं कराया गया है।