Sunday, November 24, 2024

भारत की बात

नेहरू के बराबर एक IAS को बनाया गया PM, दादरा एवं नगर हवेली को आजादी के 14 साल बाद RSS की मदद से मिली...

क्या आपको पता है कि 'दादरा एवं नगर हवेली' को पुर्तगाल से स्वतंत्र कराने में RSS ने बड़ी भूमिका निभाई थी? कई स्वयंसेवक बलिदान हुए, तब सिलवासा में तिरंगा लहराया था।

‘मस्जिद के सामने जुलूस निकलेगा, बाजा भी बजेगा’: जानिए कैसे बाल गंगाधर तिलक ने मुस्लिम दंगाइयों को सिखाया था सबक

हिन्दू-मुस्लिम दंगे 19वीं शताब्दी के अंत तक महाराष्ट्र में एकदम आम हो गए थे। लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक इससे कैसे निपटे, आइए बताते हैं।

शिवाजी से सीखा, 60 साल तक मुगलों को हराते रहे: यमुना से नर्मदा, चंबल से टोंस तक औरंगज़ेब से आज़ादी दिलाने वाले बुंदेले की...

उनके बारे में कहते हैं, "यमुना से नर्मदा तक और चम्बल नदी से टोंस तक महाराजा छत्रसाल का राज्य है। उनसे लड़ने का हौसला अब किसी में नहीं बचा।"

शाहजहाँ को 75% हिन्दू बताने वाले जावेद अख्तर, वाराणसी में 76 मंदिर किसने गिरवाए थे? ओरछा का मंदिर किसने तोड़ा?

नाम है - जावेद अख्तर। खुद को नास्तिक कहते हैं, नास्तिकों वाला अवॉर्ड लेते हैं। लेकिन, इस्लामी एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए शाहजहाँ और बराक ओबामा की तुलना करते हैं।

‘स्वराज्य का सरखेल’ जिसने ब्रिटिश, पुर्तगाल, डच और मुगलों को कई बार धूल चटाई: 17 बड़े युद्ध जीते, समुद्र में 40 साल बजा डंका

सन् 1715 में चार्ल्स बून को मुंबई का गवर्नर बना कर भेजा गया और उसने प्रण लिया कि वो कान्होजी आंग्रे की ताकत को ख़त्म कर देगा। अभिमानी बून ने एक बड़ी सेना लेकर विजय दुर्ग पर आक्रमण किया।

‘हिन्दू हूँ, पुनर्जन्म लेकर स्वतंत्र भारत में फिर आऊँगा’: गीता पाठ कर फाँसी के फंदे पर झूलने वाला ‘काकोरी’ का नायक

जब वे जेल में थे तो अंग्रेजों ने डर के मारे 2 दिन पहले ही फाँसी दे दी। उनकी मृत्यु के बाद भी अंग्रेज भयभीत थे।

मोगा हत्याकांड: RSS के 25 स्वयंसेवकों ने बलिदान देकर खालिस्तानी आतंकियों की तोड़ी थी ‘कमर’

25 जून की सुबह मोगा में RSS की शाखा, सामने खालिस्तानी आतंकी... बावजूद कोई भागा नहीं। ध्वज उतारने से इनकार करने पर गोलियाँ खाईं लेकिन...

राजा-रानी की शादी हुई, दहेज में दे दिया बॉम्बे: मात्र 10 पाउंड प्रति वर्ष था किराया, पुर्तगाल-इंग्लैंड ने कुछ यूँ किया था खेल

ये वो समय था जब इंग्लैंड में सिविल वॉर चल रहा था। पुर्तगाल को स्पेन ने अपने अधीन किया हुआ था। भारत की गद्दी पर औरंगज़ेब को बैठे 5 साल भी नहीं हुए थे। इधर बॉम्बे का भाग्य लिखा जा रहा था।

जिसकी नींव पर बुलंद हुआ संघ का वट वृक्ष, जिसने गुरु की जगह भगवा ध्वज को किया स्थापित

केशव बलिराम हेडगेवार ने सरसंघचालक रहते जो आदर्श स्थापित किए उसके कारण ही RSS अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। अपने कर्मपथ पर अडिग़ है।

‘उठो भारत, अपनी आध्यात्मिकता से जगत पर विजय प्राप्त करो’: हर समय और काल की जरूरत है योग

संपूर्ण मानवता के लिए भारत की दी हुई सौगात है योग। योग मात्र आसन, प्राणायाम और मुद्राएँ ही नहीं हैं, बल्कि योग जीवन जीने की एक पद्धति है।

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