Thursday, November 21, 2024

राजनैतिक मुद्दे

नवाबों पर चुप्पी, लेकिन राजा-महाराजाओं के प्रति नफरत: संविधान की बात करने वाले ‘युवराज’ राहुल गाँधी को क्यों पढ़ना चाहिए ‘कॉन्ग्रेस-पुलिस-हत्या’ वाला इतिहास

कॉन्ग्रेस नेता राहुल गाँधी को देश के राजा-महाराजाओं की ओर अंगुली उठाने से पहले अपनी पार्टी और अपने पूर्वजों का इतिहास भी जान लेना चाहिए।

अब ‘डिग्री’ वाले मौलवी नहीं होंगे पैदा, पर बच्चों को आधुनिक शिक्षा से दूर रखना कितना जायज: क्या मदरसा एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के...

अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उच्च शिक्षा से संबंधित फाजिल और कामिल पर मदरसा अधिनियम के प्रावधान असंवैधानिक हैं।

जो आतंकवादी कश्मीरी पंडितों का हत्यारा, उसकी बीवी ने राहुल गाँधी से यूँ ही नहीं माँगी मदद: मनमोहन सरकार में मिला था खूब ‘लाड़’,...

एक समय था जब यासीन मलिक खुलेआम कश्मीरी पंडितों की हत्या की बात स्वीकारता था और तत्कालीन पीएम उसका स्वागत करते थे। यही वजह है कि मुशाल को राहुल गाँधी से उम्मीद है कि वो उनके शौहर को बचाएँगे।

12 हजार मौतों से वे 72 साल पहले सीख गए, हम कितनी पीढ़ियों की साँसों में धुआँ भरकर सीखेंगे? पटाखे-पराली से अधिक दिल्ली के...

दिल्ली को लंदन-पेरिस बनाने का वादा कर सत्ता में आने वाली AAP की सबसे बड़ी 'उपलब्धि' वह दमघोंटू हवा है, जिसका समाधान जहरीले स्मॉग से लंदन की लड़ाई से भी सीखा जा सकता है।

साध्वी को दिखाए पोर्न, कर्नल को नंगा कर पीटा, मेजर को बेटी से रेप की धमकी… क्या सुशील शिंदे के कबूलनामे से भरेंगे वे...

यूपीए-2 में केंद्रीय गृहमंत्री रहे सुशील शिंदे ने माना कि उनकी पार्टी कॉन्ग्रेस ने उन्हें भगवा आतंक शब्द का इस्तेमाल करने के लिए कहा था।

भारत की सांस्कृतिक, सामाजिक और राजनीतिक उत्थान के लिए संघर्ष के 100 वर्ष: RSS की इस गौरवमयी यात्रा में संघ ने देश के हर...

RSS की यात्रा केवल संगठनात्मक नहीं है, बल्कि यह एक विचारधारा की यात्रा है, जो समाज के हर वर्ग को एकजुट करे का प्रयास कर रहा है।

सुशांत-दिशा सालियान पर जो रहे चुप, वे बाबा सिद्दीकी पर बेचैन क्यों… जिस हत्या पर मची राजनीतिक रार, उसकी विद्रूप सच्चाइयों को एक नेता...

बाबा सिद्दीकी की मौत से जुड़े रहस्यों का पर्दाफाश जरूरी है, पर उस राजनीति का क्या जिसने सामाजिक न्याय की धारा को कुंद किया। जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आवाज दी।

दिखने लगा जनसांख्यिकी बदलाव और बांग्लादेशी घुसपैठ का असर… झारखंड में AIMIM लड़ेगी 35 सीटों पर विधानसभा चुनाव, समझें क्या होंगे इसके परिणाम

झारखंड में मुस्लिम बहुल बूथों की संख्या में 100 प्रतिशत से अधिक वृद्धि हुई है, जिससे राजनीतिक ध्रुवीकरण और बढ़ने की संभावना है।

इतना तो गिरगिट भी नहीं बदलता रंग, जितने विनेश फोगाट ने बदल लिए

विनेश फोगाट का बयान सुनने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है कि राजनीति में आने के बाद विनेश कितनी सच्ची और कितनी झूठी हो गई हैं।

मुबारक हो बिहार! ‘कमाई’ का सीजन आ गया है…

दुर्भाग्य देखिए कि जो बिहार अपनी राजनीतिक चेतना पर इठलाता है, उसके लिए बाढ़ कभी भी राजनीतिक विमर्श का मुद्दा नहीं रहा। न है। न होने की उम्मीद है।

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