रवीश कुमार ने अपनी वीडियो में उपद्रवी भीड़ द्वारा प्रधानमंत्री आवास में की गई लूटपाट को सही दिखाया और समझाया कि कैसे लोग कह रहे हैं ये लूट नहीं थी बल्कि जनता की शक्ति थी।
बांग्लादेश में जो स्थिति है उसके बाद 1975 का समय याद आता है जब बांग्लादेश के संस्थापक शेख मुजीब-उर-रहमान को परिवार सहित सेना के बागी अधिकारियों ने मौत के घाट उतारा था।