राजेश खन्ना के निधन के बाद नसीरुद्दीन शाह ने उन्हें सामान्य एक्टर करार दिया था, वहीं विराट कोहली को दुनिया का सबसे बदतमीज खिलाड़ी कहा था। अब उन्होंने कंगना रनौत को हाफ-एजुकेटेड कहा है।
प्रशांत भूषण ने पिछले 11 सालों में कई बार सुप्रीम कोर्ट के जजों को भ्रष्टाचारी कहा, उन्हें केस से हटने को कहा, यहाँ तक कहा कि उन्हें जनहित याचिका समझना नहीं आता।
शाह फैसल के राजनीति में आने पर खास मजहब वालों ने बढ़-चढ़कर दान दिया और समर्थन दिया था और अब जब उनके वापस से प्रशासनिक सेवा में जुड़ने की खबर आ रही है, तो वो लोग इसे कौम के साथ गद्दारी बता रहे हैं।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत को आत्महत्या कहना इस घटना का बेहद सतही आँकलन कहा जा सकता है। जैसे-जैसे जाँच आगे बढ़ रही है, इसमें हर दिन और हर पल नया खुलासा हो रहा है।