लोकसभा चुनाव 2024 में मुँह के बल गिरने के बाद INDI के प्रमुख सहयोगी कॉन्ग्रेस झूठ फैलाने में लग गई है। कॉन्ग्रेस ने दावा किया है कि संसद परिसर से महात्मा गाँधी, छत्रपति शिवाजी महाराज और बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को हटा दिया गया है। पार्टी ने आरोप लगाया कि यह सब भाजपा द्वारा खीझ निकालने के लिए किया गया है। जबकि, सच्चाई ये है कि पुनर्विकास कार्यक्रम के तहत इन विभूतियों की प्रतिमाओं को दूसरी जगह स्थापित किया जा रहा है।
कॉन्ग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “अभी नतीजे आ रहे थे, खीझ बढ़ती जा रही थी। साहब लोगों की खीझ ऐसी बढ़ी कि भवन संसद के परिसर में जहाँ हम सब लोग बैठकर संसदीय मर्यादाओं का, संविधान का, लोकतंत्र को बचाने के लिए महात्मा गाँधी जी का जो स्टैच्यू है, उनके चरणों में यही भाजपा जब विपक्ष में होती थी तो बैठा करती थी। ये लोग भी उन्हीं चरणों में बैठकर हमारे खिलाफ विरोध करते थे।”
पवन खेड़ा ने आगे कहा, “ये (भाजपा) एक अनोखे प्राणी हैं। बड़े बुजुर्ग कहा करते थे कि अगर कोई व्यक्ति बुराई की प्रतीक बन जाए तो वह अंगारे की माफिक हो जाता है। जलता है तो हाथ जला देता है और बुझता है तो हाथ काले कर जाता है। तो ये बुझते-बुझते भी हाथ काले करके जा रहे हैं।”
कॉन्ग्रेस नेता ने कहा, “महात्मा गाँधी का स्टैच्यू, वीर शिरोमणि छत्रपति शिवाजी महाराज का स्टैच्यू, बाबासाहेब डॉक्टर आंबेडकर का स्टैच्यू… ये तमाम स्टैच्यू वहाँ से हटा दिए गए। पीड़ा किस बात की है, खीझ किस बात की है। पीड़ा इस बात की है कि वन नेशन, वन इनकारनेशन… वन नेशन, वन गॉड… ये खुद बनना चाह रहे थे।”
पवन खेड़ा ने आगे कहा, “खीज निकालने के लिए इन्होंने महात्मा गाँधी की स्टैच्यू वहाँ से उखाड़ दिया और धकेल दिया कहीं पीछे जाकर। हमारे नेता राहुल गाँधी, प्रियंका गाँधी, मल्लिकार्जुन खड़गे… चुनाव प्रचार के दौरान संविधान बचाने की मुहिम छेड़ दी थी, क्योंकि संविधान पर जो खतरे के बादल मंडरा रहे थे, वहीं लोक कल्याण मार्ग से निकल कर आ रहे थे।”
पवन खेड़ा ने आरोप लगाया कि संविधान बचाने के मुहिम के कारण भाजपा ने डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की मूर्ति को वहाँ से हटा दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी दावा किया कि महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के लिए खराब आए नतीजों के कारण भाजपा ने महाराष्ट्र के लोगों से बदला लेने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज की स्टैच्यू उखाड़कर पीछे लगा दिया।
Misleading the nation and spreading lies is the Congress's only agenda.
— Lala (@Lala_The_Don) June 7, 2024
To incite the people of Gujarat and Maharashtrians falsely claiming that Gandhi’s and Chatrapati Shivaji's statue is being removed
Statues from outside the old parliament are being relocated to the new… https://t.co/Rc0nxkUbhu pic.twitter.com/vj7XvCyE1T
कॉन्ग्रेस नेता पवन खेड़ा के इस दावे को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स उन्हें खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। लाला नाम के एक ट्विटर हैंडल ने लिखा, “देश को गुमराह करना और झूठ फैलाना ही कॉन्ग्रेस का एकमात्र एजेंडा है। गुजरात और महाराष्ट्र के लोगों को भड़काने के लिए झूठा दावा किया जा रहा है कि गाँधी और छत्रपति शिवाजी की प्रतिमा हटाई जा रही है। दरअसल, पुरानी संसद के बाहर की प्रतिमाओं को नए संसद परिसर में स्थानांतरित किया जा रहा है। स्थानांतरित करने और पूरी तरह से हटाने में अंतर है।”
इन महान नेताओं की प्रतिमा को पुराने संसद भवन से नए संसद भवन परिसर में स्थानांतरित किया जा रहा है। इस संबंध में पहले खबरें भी प्रकाशित हो चुकी हैं। खबरों में कहा गया है कि संसद भवन के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित इन प्रतिमाओं को संसद परिसर के प्रेरणा स्थल में स्थापित किया जा रहा है। यह सब परिसर के पुनर्विकास के तहत किया जा रहा है।
हालाँकि, सच्चाई को जानते हुए भी कॉन्ग्रेस और उसके नेताओं ने देश को गुमराह करने की कोशिश की। इसके पीछे आने वाले विधानसभा चुनावों में बढ़त हासिल करने के लिए जनता में भ्रम फैलाना है। कॉन्ग्रेस ये नहीं बता रही है कि इन प्रतिमाओं को संसद परिसर में दूसरी जगह स्थापित किया जा रहा है, बल्कि वह सीधे-सीधे इन्हें हटाने की बात कहकर झूठ फैलाने की कोशिश कर रही है।