Friday, November 15, 2024
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ऑल्टन्यूज़ ने फिर किया चुटकुले का फैक्ट चेक, कहा- नहीं, पैंगोंग त्सो झील के ऊपर नहीं उड़ रहे थे अपाचे हेलीकॉप्टर

ट्विटर पर ऑल्टन्यूज़ का इस मूर्खता को लेकर जब काफी मजाक बना तो उन्होंने अपने आर्टिकल को फिर से चुपचाप अपडेट करने का फैसला किया और इसमें मिहिर शाह के बारे में जानकारी लिखते हुए कहा कि वो एक एविएशन राइटर हैं जो कि 'livefest' में काम करते हैं। फैक्ट चेकर ऑल्टन्यूज़ द्वारा यहाँ पर एक और भूल हुई और इसका फैक्ट चेक खुद "Livefist' ने करते हुए ट्वीट किया।

अक्सर मीम, चुटकुले और हास्य लेखों का फैक्ट चेक करने वाले इस्लामिक प्रोपेगैंडा वेबसाइट ऑल्टन्यूज़ ने एकबार फिर एक हास्य व्यंग्य का फैक्ट चेक कर अपना ही इतिहास दोहराया है। इस बार ऑल्टन्यूज़ एक एविएशन लेखक और विश्लेषक द्वारा किए गए मजाकिया ट्वीट को समझ पाने में असफल रहा और ट्वीट का फैक्ट चेक करते हुए इसे ‘फ़ेक’ घोषित कर दिया।

लद्दाख में LAC पर स्थित गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सेना के बीच झड़प के बाद, एक वीडियो सोशल मीडिया पर यह दावा करते हुए देखा गया कि लद्दाख में पैंगोंग त्सो झील के ऊपर भारतीय वायु सेना के अपाचे हेलीकॉप्टरों उड़ रहे हैं।

मेजर जनरल बृजेश कुमार, सेवानिवृत्त एयर मार्शल अनिल चोपड़ा और कुछ मीडिया हाउस ने भी वीडियो साझा करते हुए दावा किया कि IAF के हेलिकॉप्टर झील के ऊपर गश्त कर रहे थे। उसके बाद, ट्विटर पर पहले से ही कई लोगों ने बताया था कि यह संयुक्त राज्य अमेरिका का एक पुराना वीडियो था।

लेकिन 30 जून को, ऑल्टन्यूज़ ने इस दावे का फैक्ट चेक करने का निर्णय लिया, और यह निष्कर्ष निकाला कि वीडियो में अमेरिकी सेना के अपाचे हेलीकॉप्टर को एरिज़ोना के हेवसु झील पर उड़ान भरते हुए दिखाया गया था, न कि भारतीय वायु सेना के लड़ाकू अपाचे हेलीकॉप्टर को।

भाग्यवश, यहाँ तक भी इस्लामिक प्रोपेगैंडा वेबसाइट ऑल्टन्यूज़ इस फैक्ट चेक को सही सलामत कर पाया था लेकिन इसके अंत में उसने ट्विटर से एक एविएशन राइटर मिहिर शाह के ऐसे ट्वीट का भी फैक्ट चेकर करने का कारनामा किया जो कि कि अपाचे हेलिकॉप्टर को लेकर किए जा रहे फर्जी दावों का ही मजाक बनाते हुए मिहिर शाह द्वारा हास्य के उद्देश्य से ट्वीट किया गया था।

मिहिर शाह ने इस ट्वीट में लिखा था- “पैंगोंग त्सो में एंटी सबमरीन अभियानों को अंजाम देने वाले मास्ट-माउंटेड सोनार वाले भारतीय नौसेना के सी किंग हेलीकॉप्टर।”

यह स्पष्ट तौर पर एक मजाक था, क्योंकि पैंगोंग त्सो झील में कोई पनडुब्बियाँ ही नहीं हैं, और इसलिए हिमालय में स्थित झील में भारतीय नौसेना द्वारा पनडुब्बी-रोधी (एंटी मरीन ऑपरेशन) अभियान चलाने का कोई सवाल ही नहीं है। पनडुब्बी, जैसा कि नाम से पता चलता है, समुद्रों और महासागरों में काम करती है, और समुद्रों से जुड़ी झीलों में प्रवेश कर सकती है, लेकिन वे स्थल-रुद्ध (लैंड लॉक) झीलों में काम नहीं कर सकती हैं, वह भी पैंगोंग त्सो जैसी झील में, जो बहुत ऊँचाई पर स्थित दुनिया की सबसे ऊँची पर्वत श्रृंखला है।

इसके अलावा, वीडियो में देखे गए अपाचे हेलीकॉप्टरों से सी किंग हेलीकॉप्टर दिखने में पूरी तरह से अलग हैं, और मिहिर शाह ने वीडियो के बारे में शेयर की जा रही फर्जी खबरों को उजागर करने के लिए उन्हें जानबूझकर ही ‘सी किंग हेलीकॉप्टर’ कहा था। लेकिन जैसा कि स्वघोषित फैक्ट चेकर ऑल्टन्यूज़ हमेशा से ही तथ्यों के साथ दुश्मनी रखते आया है, उसने इन सभी बैटन को नजरअंदाज करना आवश्यक समझा और इसका फैक्ट चेक कर दिया।

ऑल्टन्यूज़ द्वारा किया गया यह फैक्ट चेक जब मिहिर शाह तक पहुँचा तो उनकी प्रतिक्रिया कुछ ऐसी थी –

वहीं ट्विटर पर ऑल्टन्यूज़ का इस मूर्खता को लेकर जब काफी मजाक बना तो उन्होंने अपने आर्टिकल को फिर से चुपचाप अपडेट करने का फैसला किया और इसमें मिहिर शाह के बारे में जानकारी लिखते हुए कहा कि वो एक एविएशन राइटर हैं जो कि ‘livefest’ में काम करते हैं। फैक्ट चेकर ऑल्टन्यूज़ द्वारा यहाँ पर एक और भूल हुई और इसका फैक्ट चेक खुद “Livefist’ ने करते हुए ट्वीट किया।

Livefist ने ट्वीट में ऑल्टन्यूज़ का स्क्रीनशॉट डालते हुए लिखा- ” ये कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन यह Livefist है, ना कि Livefest।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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