Friday, November 15, 2024
Homeफ़ैक्ट चेकसोशल मीडिया फ़ैक्ट चेकमस्जिद में मिले बम और हथियार... फ्रांस ने उसी बम से मस्जिद उड़ा दी:...

मस्जिद में मिले बम और हथियार… फ्रांस ने उसी बम से मस्जिद उड़ा दी: वायरल दावे की हकीकत क्या

ऑपइंडिया की तहकीकात में यह साफ होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला पोस्ट गलत है और भ्रामक है। इसमें किए गए दावों का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।

सोशल मीडिया पर फ्रांस के बारे में एक पोस्ट वायरल हो रहा है। इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि फ्रांस की एक मस्जिद में बम और हथियार मिले थे, जिसके बाद वहाँ की सरकार ने उसी बम से मस्जिद को उड़ा दिया। कुछ लोग इसे सादे पोस्ट की तरह शेयर कर रहे हैं। वहीं कुछ ने इसके साथ एक फोटो भी जोड़ी हुई है।

वायरल दावा
वायरल पोस्ट

अब वायरल दावे की सच्चाई क्या है इसकी तहकीकात में हमने कुछ विदेशी मीडिया साइट्स को चेक किया और कुछ आधिकारिक ट्विटर हैंडल भी खँगाले। लेकिन, कहीं ऐसी कोई जानकारी सामने नहीं आई। कुछ रिपोर्ट्स जो मिलीं वो 5-6 साल पुरानी थीं। यानी ये स्पष्ट था कि ये घटना या दावा हालिया नहीं है।

फ्रांस में मस्जिदों पर हुई कार्रवाई संबंधी न्यूज।
फ्रांस में मस्जिदों पर हुई कार्रवाई संबंधी न्यूज।

इंटरनेट पर मौजूद जानकारी से यह पता चला है कि 13 नवंबर 2015 को पेरिस हमले के बाद फ्रांस सरकार ने इस्लामी कट्टरवाद के ख़िलाफ़ एक्शन लेते हुए 100 से ज्यादा मस्जिदों को बंद किया था और इसी क्रम में एक मस्जिद से उन्होंने 24 सैन्य हथियार और 334 हथियार जब्त किए थे।

अलजजीरा में प्रकाशित एक रिपोर्ट का स्क्रीनशॉट

वायरल पोस्ट के दावे के हिसाब से हमने कोई तथ्यपरक जानकारी न मिलने पर शेयर की जा रही तस्वीर के जरिए इसे खोजा। हालाँकि तस्वीर और उसके इर्द-गिर्द का इलाका दर्शा ही रहा है कि ये तस्वीर फ्रांस की नहीं हो सकती। लेकिन फोटो को खोजने पर और पुख्ता हो जाता है कि ये तस्वीर बिहार के बांका की है। वहाँ 8 जून 2021 को एक विस्फोट हुआ था, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई भी की थी।

शेयर की जा रही तस्वीर बांका के मदरसे में हुए विस्फोट की है। फोटो के जरिए गूगल सर्च करने पर ये नतीजे सामने आते हैं।
बाँका में हुए विस्फोट पर खबर

अंतत: ऑपइंडिया की तहकीकात में यह साफ होता है कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला पोस्ट गलत है और भ्रामक है। इसमें किए गए दावों का वास्तविकता से कोई लेना-देना नहीं है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को दी चिट… 500 जनजातीय लोगों पर बरसने लगी गोलियाँ: जब जंगल बचाने को बलिदान हो गईं टुरिया की...

अंग्रेज अफसर ने इंस्पेक्टर सदरुद्दीन को चिट दी जिसमें लिखा था- टीच देम लेसन। इसके बाद जंगल बचाने को जुटे 500 जनजातीय लोगों पर फायरिंग शुरू हो गई।

कश्मीर को बनाया विवाद का मुद्दा, पाकिस्तान से PoK भी नहीं लेना चाहते थे नेहरू: अमेरिकी दस्तावेजों से खुलासा, अब 370 की वापसी चाहता...

प्रधानमंत्री नेहरू पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद सुलझाने के लिए पाक अधिकृत कश्मीर सौंपने को तैयार थे, यह खुलासा अमेरिकी दस्तावेज से हुआ है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -