मध्य प्रदेश के शहडोल जिले के जंगल से 26 सितंबर 2022 को एक अधजली लाश मिली। मृतक की पहचान मौलाना अताउल्लाह कासमी के तौर पर हुई। इसी बीच जामिया टाइम्स नाम की एक प्रोपेगेंडा वेबसाइट ने इस हत्या को बजरंग दल से जोड़ दिया। पीएफआई पर बैन से भड़के असदुद्दीन ओवैसी ने इस मामले में मोदी सरकार को भी घसीट लिया। मौलाना की हत्या एक महिला के साथ अश्लील हरकत के कारण होने के बात सामने आई है। हत्या के आरोपित का बजरंग दल के साथ संबंध होने से भी पुलिस ने इनकार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार मौलाना झाड़-फूँक करता था। पुलिस के अनुसार, शिव शंकर नाम का शख्स अपने परिवार की एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे कासमी के पास झाड़-फूँक के लिए ले गया था। लेकिन, मौलाना ने झाड़-फूँक की आड़ में महिला से अश्लील हरकतें की। इसका बदला लेने के लिए शिवशंकर ने उसे मौत के घाट उतार दिया। मौलाना झारखंड का रहने वाला था।
जामिया टाइम्स ने इस घटना को लेकर ट्वीट करते हुए लिखा, झारखंड के रहने वाले मौलाना अताउल्लाह कासमी को बजरंग दल कार्यकर्ता ने जलाकर जंगल में फेंक दिया। जब पुलिस ने घटना से बजरंग दल का संबंध होने से इनकार किया तो प्रोपेगेंडा वेबसाइट ने लिखा, “डीएसपी शहडोल राघवेंद्र द्विवेदी ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि आरोपित बजरंग दल से जुड़ा है। उन्होंने कहा कि वह झाड़-फूँक के सिलसिले में पहले भी आरोपित के घर आया करता था।”
जामिया टाइम्स के प्रोपेगेंडा के बाद मुस्लिम नेताओं ने भी हिंदू संगठनों के खिलाफ जहर उगलना शुरू कर दिया। कट्टरपंथी इस्लामवादी संगठन पीएफआई (PFI) पर बैन लगाने से नाराज एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (AIMIM chief Asaduddin Owais) ने फर्जी खबरों के आधार पर बजरंग दल पर बैन लगाने की माँग की। उन्होंने ट्वीट कर पूछा, “क्या मोदी सरकार इस समूह पर बैन लगाएगी?”
Will the Modi government Ban this Group ? https://t.co/fBpp1WAMpx
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 29, 2022
असम के कॉन्ग्रेस विधायक अब्दुल खलीक ने लिखा, “क्या हमारे पीएम मोदी जी में आतंक फैलाने वाले इस संगठन पर प्रतिबंध लगाने की हिम्मत है?”
Whether our PM Modiji has guts to ban this organisation which is spreading terror ? https://t.co/COYcmBmmaB
— Abdul Khaleque (@MPAbdulKhaleque) September 29, 2022
बांग्लादेश (जहाँ हिंदुओं का दमन आम है) के जहीर शमसेरी ने भी दुष्प्रचार को आगे बढ़ाते हुए ट्वीट किया, “अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस घटना पर ध्यान दे। झारखंड (भारत) निवासी मौलाना अताउल्लाह कासमी साहब को बजरंग दल/आरएसएस ने जला दिया और जंगल में फेंक दिया।”
Draw the attention of international community.
— Zahir shamsery (@shamsery) September 29, 2022
Jharkhand (India) resident Maulana Ataullah Qasmi Sahib was burnt by the Bajrang Dal RSS and dumped in the forest. pic.twitter.com/Xfk6XgyKaa
दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के अनुसार, मृतक अताउल्लाह कासमी झारखंड के पलामू जिले का निवासी था। वह मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में झाड़-फूँक का काम करता था। कासमी 21 सितंबर से लापता था और उसे आखिरी बार शहडोल जिले के पड़मनिया गाँव की ओर अपने परिचित की बाइक पर जाते हुए देखा गया था। अगले दिन (22 सितंबर 2022) को थाना गोहपारू में अताउल्लाह की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शहडोल जिले के सिंहपुर थाना अंतर्गत ग्राम पड़मनिया के जंगल में 26 सितंबर 2022 को अताउल्लाह खान की अधजली लाश बरामद करने के बाद पुलिस ने इस मामले में शिवशंकर यादव नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया किया।
पुलिस ने बुधवार (29 सितंबर 2022) को बताया कि शिवशंकर यादव (28 वर्ष) ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है। आरोपित ने बदला लेने के लिए अताउल्लाह खान की हत्या की थी। दैनिक भास्कर के मुताबिक, आरोपित अपने परिवार की एक महिला की तबीयत खराब होने पर उसे अताउल्लाह खान के पास झाड़-फूँक के लिए ले गया था। लेकिन, उसने झाड़-फूँक की आड़ में महिला से अश्लील हरकतें की। इसका बदला लेने के लिए शिवशंकर ने उसे मौत के घाट उतार दिया और बाइक के पेट्रोल से उसको जला दिया। इसके बाद उसकी बाइक नवलपुर सोन नदी में फेंक दी।
Here is real story @asadowaisi,
— Facts (@BefittingFacts) September 29, 2022
That maulana sexually abused a lady and her family member took revenge. There is no Bajrang Dal in this story.
Now apologise!! and ask PM to ban AIMIM. https://t.co/nwAMCYvuA5 pic.twitter.com/qRYgLS2FSn
शिवशंकर यादव पेशे से ड्राइवर। ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं है जो यह बताती हो कि वह बजरंग दल से जुड़ा था। ‘द जामिया टाइम्स’ ने यह भी माना कि उसके पास बजरंग दल के साथ यादव के जुड़े होने के दावे की पुष्टि करने के लिए कोई सबूत नहीं है। बावजूद उसने हिंदू संगठन के खिलाफ प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाया।