ड्रग केस में आर्यन खान की गिरफ्तारी के कारण एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े के परिवार को लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर खबर चल रही है कि उनके ऊपर गोरेगाँव में 60 लोगों द्वारा हमला किया गया।
वायरल होते पोस्ट में दावा है कि वानखेड़े की टीम ड्रग पेडलर को पकड़ने गोरेगाँव गई थी, मगर जैसे ही वह ड्रग पेडलर को गाड़ी में डालने लगे तो वहाँ भीड़ इकट्ठा हुई और उन पर हमला किया गया। इसके बाद हीरो वाले अंदाज में उन्होंने पेडलर की कनपटी पर बंदूक तानी और भीड़ को पीछे हटने को कहा। फिर वह ड्रग तस्कर को गिरफ्तार करके ले गए। वहीं मुंबई पुलिस ने बाद में आकर सारी स्थिति को संभाला। वायरल होते पोस्ट में मीडिया को कोसा जा रहा है कि उन्होंने इस घटना को कवर नहीं किया।
इसके अलावा सवाल मुंबई पुलिस और उद्धव सरकार से भी किया जा रहा है। पोस्ट में पूछा जा रहा है कि इतना खतरनाक ड्रग्स कारोबार मुंबई पुलिस की नाक के नीचे चल रहा था लेकिन पुलिस और उद्धव सरकार में से किसी को भी इसकी भनक नहीं लगी।
अब किसी के लिए वाकई ये बात हैरान करने वाली है कि समीर वानखेड़े इन दिनों सबसे चर्चित नामों में से एक हैं। अगर उनके ऊपर वाकई ऐसा हमला हुआ तो इसकी कवरेज मीडिया में क्यों नहीं हुई, लेकिन जब ऑपइंडिया ने इस दावे की पड़ताल करनी शुरू की तो पता चला कि हमले की बात सही है लेकिन इसका आजकल से कोई लेना-देना नहीं है। ऐसी कोई घटना समीर वानखेड़े के साथ हाल-फिलहाल में नहीं घटी।
हमने एनसीबी पर गोरेगाँव में हुए हमले को लेकर गूगल सर्च किया और पाया कि वायरल दावा एक साल पुरानी घटना पर है। नीचे देख सकते हैं कि पोस्ट के दावे और खबरों से मिले तथ्य एक जैसे हैं।
दरअसल, वानखेड़े की टीम पर ऐसा हमला हुआ है लेकिन वो मामला 22 नवंबर 2020 का है। जहाँ 6 एनसीबी अधिकारियों पर भीड़ ने हमला किया था। वानखेड़े इस पूरे अभियान को लीड कर रहे थे। जैसे ही टीम ने ड्रग तस्कर को हिरासत में लिया। कई लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई और हमला कर दिया। घटना में दो एनसीबी अधिकारी घायल हुए थे। बाद में पुलिस ने आकर स्थिति को संभाला था और ड्रग तस्कर गिरफ्तार हुआ था। वहीं हमलावरों में से भी कुछ लोग पकड़े गए थे। हाल फिलहाल में एनसीबी पर हुए हमले की बात करें तो ये अगस्त में हुआ था। तब एनसीबी ने मुंबई के मानखुर्द से 1 कोरड़ की ड्रग बरामद की थी और नाइजीरियन गैंग ने उन पर हमला किया था।