कॉन्ग्रेस का इकोसिस्टम कह रहा है कि अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस ने कॉन्ग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी से मुलाकात की है। कॉन्ग्रेस से जुड़े हैंडलों के अलावा पार्टी समर्थक पत्रकार भी ऐसा ही दावा कर रहे हैं। यहाँ तक कि कई मीडिया संस्थानों ने भी इस रिपोर्ट को जम कर चलाया। द इकोनॉमिक टाइम्स’, ‘टाइम्स नाउ’, NDTV ‘द फ़ेडरल न्यूज़’, ‘डेक्कन हेराल्ड’, Outlook, ‘ABP न्यूज़’ और ‘टेलीग्राफ इंडिया’ ने इस खबर को शेयर किया।
इतना ही नहीं, कॉन्ग्रेस के कई नेताओं ने भी इस खबर को शेयर किया। खुद को लेखक बताने वाले हर्ष तिवारी ने दावा किया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गाँधी का कद काफी बढ़ गया है, दुनिया उन्हें अगले प्रधानमंत्री के रूप में देख रही है। इंदिरा गाँधी के कट्टर समर्थक रविंदर कपूर ने भी इस रिपोर्ट को शेयर किया। कॉन्ग्रेस के सबसे वफादार पत्रकार आदेश रावल ने भी यही दावा किया। ‘कॉन्ग्रेस टास्कफोर्स’ से जुड़े अंकित मयंक ने लिखा कि LoP बनने के बाद राहुल गाँधी के लिए किसी देश के बड़े नेता से ये पहली बातचीत है।
Yesterday, Congress slaves flooded Twitter with a claim:
— The Analyzer (News Updates🗞️) (@Indian_Analyzer) July 13, 2024
"USA Vice President Kamala Harris spoke to Rahul Gandhi over call"📞
~ Today, Office of Kamala Harris has DENIED any conversation🔥
Desperation is the new diplomacy. For PR, even fictional phone calls make the news🤣 pic.twitter.com/fWVM3LtO2e
नागालैंड की कॉन्ग्रेस नेता वेनिशा G कीबा ने भी इस दावे को दोहराया। मोदी विरोधी ट्वीट्स करने वाले गरुराज अनजान ने इसे एक बदलाव करार दिया। कॉन्ग्रेस के एक अन्य कट्टर समर्थक प्रह्लाद दलवाड़ी ने तो राहुल गाँधी को ‘भारत का शैडो प्रधानमंत्री’ तक करार दिया। ‘ABP न्यूज़’ के आशीष सिंह भी ये दावा करने वालों में शामिल रहे। ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ के राजनीतिक संपादक विनोद शर्मा ने तो ये तक लिख दिया कि ‘चंपू मीडिया’ इस पर कुछ नहीं कह रहा है, केवल आपातकाल की रट लगा रहा है।
अब हम आपको इस दावे की सच्चाई बताते हैं। असल में राहुल गाँधी से कमरा हैरिस ने कोई बातचीत नहीं की है। अमेरिका की उप-राष्ट्रपति की वेबसाइट पर भी इस संबंध में कुछ उपलब्ध नहीं है, न ही अमेरिकी मीडिया ने ऐसा कुछ चलाया है। अमेरिका में समाचार एजेंसी PTI के चीफ कॉरेस्पोंडेंट ललित K झा ने अमेरिकी उप-राष्ट्रपति कार्यालय से बात की। अमेरिकी वाईस प्रेसिडेंट ऑफिस ने कहा है कि ये खबर गलत है। इधर कॉन्ग्रेस समर्थक फर्जी खबर पर लहालोट हुए जा रहे थे।