उत्तर-पूर्वी दिल्ली के हिंदू विरोधी दंगों के सुनियोजित होने के एक और सबूत मिले हैं। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक पुलिस पर हमले से पहले दंगाइयों ने सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे। इस हमले में दिल्ली पुलिस के कॉन्स्टेबल रतनलाल की मौत हो गई थी। डीसीपी अमित शर्मा गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे। बताया जा रहा है कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रतनलाल के हत्यारों की पहचान कर ली है।
न्यूज 18 की खबर के अनुसार, क्राइम ब्रांच में आरोपितों की शिनाख्त करने और जल्द ही उनकी गिरफ्तारी की बात कही है। 24 फरवरी को चॉंदबाग इलाके में हुई हिंसा में रतनलाल की मौत हो गई थी। खबर के अनुसार, विडियो से हमले की पूरी साजिश को समझा जा सकता है। हिंसा भड़कने से पहले कुछ लोग सीसीटीवी को तोड़ते साफ तौर पर देखे गए। इसके बाद इन लोगों ने पुलिस को 1 बजे के करीब कॉल किया। जब एसीपी अनुज, डीसीपी अमित शर्मा और हेड कॉन्स्टेबल रतनलाल व अन्य पुलिसकर्मी वहाँ पहुँचे, तो हिंसक भीड़ ने सोची-समझी साजिश के तहत उन पर पथराव कर दिया।
#अखाड़ा:
— News18 India (@News18India) March 6, 2020
News18 के पास दिल्ली हिंसा का नया वीडियो, हिंसा से पहले सीसीटीवी को तोड़ने की रची गई थी साजिश. इस हिंसा में रतनलाल की हत्या हुई थी@AnchorAnandN pic.twitter.com/zegfMYM4m0
दावा किया जा रहा है कि पुलिस पर हमले से पहले ही वहाँ पर सारे सीसीटीवी को तोड़ा-फोड़ा गया था ताकि उपद्रवियों की पहचान न हो सके। लेकिन, अब इसी सीसीटीवी फुटेज के कारण सैकड़ों की तादाद में दंगाइयों की पहचान हुई है। इसी के आधार पर उनकी धर-पकड़ की जा रही है।
रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसक भीड़ ने आतंक मचाने के पहले 15 से ज्यादा सीसीटीवी को निशाना बनाया था। जारी वीडियो में हम देख सकते हैं कि वहाँ मौजूद दंगाई सीसीटीवी को ढूँढ-ढूँढ कर उसे तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।
न्यूज 18 द्वारा दिखाई गई इन तस्वीरों से साफ मालूम होता है कि 11 बजे तक चाँदबाग इलाके में भीड़ का नामोनिशान तक नहीं था। लेकिन 12 बजे के करीब वहाँ लड़के इकट्ठा होने शुरू हुए और उन्होंने सुनियोजित ढंग से अपने साथियों को इकट्ठा किया, सीसीटीवी में तोड़फोड़ की और बाद में पुलिस पर हमला किया। इसी हमले में हेड कॉन्स्टेबल को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा, एसीपी अनुज घायल हुए और डीसीपी अमित शर्मा को गंभीर चोटें आईं।
हमले का जो विडियो सामने आया है उसमें दंगाई भीड़ दिल्ली पुलिस पर लाठी और पत्थर से हमला करती नजर आ रही है। भीड़ में शामिल बुर्का धारी महिलाएँ भी पुलिस पर हमला करते हुए नजर आती हैं। डीसीपी अमित शर्मा की पत्नी ने भी कहा है कि उनके पति महिला प्रदर्शनकारियों से बात करने गए थे। लेकिन, वहां उन पर हमला कर दिया गया। इससे पहले एसीपी अनुज कुमार ने भी उस भीड़ की हिंसा के बारे में बताया था। उन्होंने कहा था, “24 तारीख की सुबह साढ़े 11 बजे और 12 बजे के आसपास की बात है। मेरी और रतनलाल और बाकी कर्मचारियों की ड्यूटी चाँदबाग मजार से 80-100 मीटर आगे थी। 23 को वहाँ पर वजीराबाद रोड को जाम किया गया था, जिसे देर रात को खुलवाया गया था। उस रास्ते को क्लियर रखने के निर्देश मिले थे।”