उन्नाव रेप मामले में पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे के बाद शक की सुई साजिश की ओर आकर ठहर गई है। इस मामले में टक्कर मारने वाले ट्रक मालिक के तौर पर सपा नेता नंदू पाल के बड़े भाई देवेंद्र का नाम आ चुका है। उधर पीड़िता के चाचा की तहरीर पर BJP विधायक कुलदीप सेंगर समेत 10 पर FIR हो चुकी है। मतलब, साजिश बड़ी और उलझी हुई है। तो आइए जानते हैं इस घटना की A से लेकर Z तक की कहानी।
क्या है मामला
- 4 जून 2017- भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर पर एक नाबालिग ने लगाया रेप का आरोप।
- 11 जून को पीड़िता अचानक गायब हो जाती है। इस संबंध में रिपोर्ट लिखवाई जाती है, पुलिस उसे 20 जून को ओरैया से बरामद करती है और अगले दिन उसे उन्नाव लाया जाता है।
- पुलिस ने पीड़िता को 22 जून को कोर्ट में पेश किया। जहाँ 164 CRPC के तहत पीड़िता के बयान लिए गए।
- पीड़िता ने 164 CRPC के तहत कोर्ट में जो बयान दिया, उसमें 4 जून 2017 की घटना का जिक्र करते हुए विधायक का नाम शामिल नहीं किया गया।
- बाद में पीड़िता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने बयान में विधायक का नाम नहीं लेने दिया।
- शिकायत में पुलिस द्वारा विधायक का नाम न लिखे जाने के कारण लड़की के परिवार वालों को कोर्ट का सहारा लेना पड़ा।
- विधायक और उनके साथियों द्वारा इस दौरान लड़की के घरवालों पर रिपोर्ट न लिखवाने का दबाव बनाया जाता रहा।
- इस बीच विधायक के भाई ने 3 अप्रैल को लड़की के पिता से भी मारपीट की। जिस कारण उनकी पुलिस हिरासत में मौत हो गई। मौत से पहले लड़की के पिता का वीडियो भी वायरल हुआ।
- इस वीडियो में उन्होंने आरोप लगाया था कि विधायक के भाई और कुछ अन्य लोगों ने पुलिस की मौजूदगी में उन्हें मारा-पीटा था।
- पुलिस की लापारवाही और विधायक की गुंडई से परेशान होकर पीड़िता ने सीएम आवास के बाहर मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह करने का भी प्रयास किया।
- इसके बाद उन्नाव के माखी थाने में भाजपा विधायक कुलदीप सेंगर के ख़िलाफ़ बलात्कार और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ।
- प्रशासन ने इस मामले की जाँच सीबीआई को सौंपी और फिर सीबीआई ने पिछले साल अप्रैल में कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार किया।
- कुलदीप और उनके भाई तब से जेल में बंद हैं।
- इस दौरान पीड़िता की सुरक्षा के लिए 10 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था। इनमें 7 हाउस गार्ड के रूप में लगे थे जबकि बाकि 3 रेप पीड़िता के साथ रहते थे।
सड़क हादसा- दुर्घटना या फिर साजिश?
- 29 जुलाई 2019- कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली लड़की का राय बरेली जाते समय एनएच 32 पर एक्सीडेंट हुआ।
- इस घटना के समय पीड़िता के साथ कोई सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं था क्योंकि पीड़िता ने कथित तौर पर उन्हें साथ आने से मना किया था।
- इस हादसे में लड़की की मौसी और चाची की मौत हो गई। जबकि पीड़िता, उसकी बड़ी बहन और वकील की हालत नाजुक है। जिनकी मौत हुई उनमें से एक रेप केस की गवाह भी थी।
- योगी सरकार ने घायलों के इलाज और हर संभव मदद की घोषणा की है।
- इस घटना के बाद पीड़िता के चाचा ने जेल में बंद कुलदीप सेंगर और उनके भाई और 8 अन्य के ख़िलाफ़ हत्या का मामला दर्ज करवाया।
- मामले के संबंध में तीन लोगों को हिरासत में लेकर इस मामले की जाँच की जा रही है।
- पीड़िता के चाचा की शिकायत पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या के प्रयास), 506 (धमकी) और 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत रायबरेली के गुरबख्शगंज थाने में केस दर्ज किया गया है।
- मामले में डीजीपी ओपी सिंह सहित पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीबीआई की जाँच की सिफारिश की।
- जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार (जुलाई 29, 2019) को इस मामले में सीबीआई जाँच की सिफारिश दे दी।
- मुख्यमंत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव (गृह) अरविंद कुमार ने भी रात में एसपी की रिपोर्ट, फॉरेंसिक जाँच में की गई अब तक की पड़ताल, हत्या की एफआईआर आदि से जुड़े अन्य दस्तावेज मँगवाए हैं।
- 30 जुलाई 2019 – हत्या और हत्या के प्रयास में भी आरोपित बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को भारतीय जनता पार्टी ने निलंबित कर दिया है।
जाँच में सपा नेता का निकला ट्रक
- ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पुते होने के कारण पहले इस घटना को साजिश माना जा रहा था। लेकिन आज 30 जुलाई को इस मामले में नया खुलासा हुआ।
- मीडिया रिपोर्ट्स से पता चला कि ये ट्रक सपा नेता नंदू पाल के बड़े भाई का है और उनके मुताबिक मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। ये सिर्फ़ एक हादसा है।
- हालाँकि घटना के बाद से देवेंद्र के घर में ताला लगा है और पुलिस उनकी जाँच में जुटी है
- नंबर प्लेट में कालिख लगाने की वजह पर सफाई देते हुए नंदू ने बताया कि ये सब केवल फाइनेंसर की नजरों से बचने के लिए किया गया। अगर फिर भी आशंका है तो सच्चाई जानने के लिए सीबीआई जाँच करवा ली जाए।
प्रियंका गाँधी की राजनीति
- प्रियंका गाँधी ने उन्नाव रेप केस मामले में दर्ज हुई एफआईआर की हालिया कॉपी को ट्वीट कर दिया। इस FIR कॉपी में पीड़िता के नाम का भी उल्लेख है।