जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के भद्रवाह (Bhaderwah) में कर्फ्यू के बाद सेना बुलाई गई है। इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। पथराव की भी खबर है। ये कदम सांप्रदायिक तनाव बढ़ने के बाद उठाए गए। तनाव एक मस्जिद से एक मौलाना के जहरीले भाषण के बाद बढ़ा है। मौलाना ने नुपूर शर्मा का गला काटने की धमकी दी थी।
After ‘chop off’ threat by Jammu cleric, stone pelting reported from #Bhaderwah @DeepDuttaJourno with this report
— TIMES NOW (@TimesNow) June 10, 2022
We need to stop this blame game as to who made provocative statements & who did not. It was an emotional outburst by the cleric: @majidhyderi
tells @anchoramitaw pic.twitter.com/rIdxTvAu8s
डोडा के डिप्टी कमिश्नर ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ इलाकों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है। जम्मू रेंज के अतिरिक्त डीजीपी मुकेश सिंह ने चेतावनी दी है कि कानून हाथ में लेने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले भद्रवाह में एक प्राचीन मंदिर तोड़े जाने के बाद तनाव पैदा हो गया था। इस मंदिर को भद्रकाशी के रूप में भी जाना जाता है। घटना की जाँच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है।
J&K | Curfew imposed in Baderwah town of Doda district in Jammu after tensions due to social media post: Administration
— ANI (@ANI) June 9, 2022
इसके साथ ही ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि भड़काऊ भाषणों से भद्रवाह (डोडा) और किश्तवाड़ जिलों में तनाव पैदा करने की साजिशें की जा रही हैं। मस्जिद से भड़काऊ घोषणा करने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में एक मुल्ला तकरीर कर रहा है। वह हिंदुओं को गाली दे रहा है और नूपुर शर्मा को गला काटने की धमकी दे रहा है। वीडियो में सामने मस्जिद दिख रही है और उसकी एवं अगल-बगल के मकानों की छतों पर भी लोग खड़े नजर आ रहे हैं। भड़काऊ तकरीर के बीच में भीड़ अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगा रही है।
वीडियो में मौलाना कहता है, “गाय का पेशाब पीने वालों का, गोबर के अंदर नहाने वालों की हैसियत ही क्या है दुनिया में? इनको जो रिस्क मिलता है हमारी दहशत से मिलता है। इनको जो हवा मिलती है हमारी बरकत से मिलती है। इनको जो दरिया से पानी मिलता है, हमारी बरकत से मिलता है। वरना इनका वजूद क्या है?”
गला काटकर हत्या करने की धमकी देते हुए मौलाना कहता है, “भाइयों, वक्त हमें सर कलम करना भी सिखाती है। इसलिए बातों को जेहन में बिठा दो कि हम खामोश तब तक हैं, जब तक कि हमारा बर्दाश्त कायम है। बर्दाश्त के बाहर निकल गए तो फिर नूपुर शर्मा क्या, वो आशीष कोहली कुत्ता क्या, वो नूपुर शर्मा ‘गंदी’ क्या, उनके सर कहीं और धड़ कहीं और मिलेंगे।”