एनडीटीवी (NDTV) के मालिक और संस्थापक प्रणय रॉय (Prannoy Roy) और उनकी पत्नी राधिका रॉय (Radhika Roy) ने मंगलवार (29 नवंबर 2022) को आरआरपीआर होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड (आरआरपीआरएच) के निदेशक पद से इस्तीफा दे दिया। बीएसई के साथ किए गए एक नियामक फाइलिंग में इसकी जानकारी दी गई।
प्रणय रॉय और राधिका रॉय के इस्तीफा देने के तुरंत बाद कंपनी के बोर्ड में तीन नए निदेशक नियुक्त किए गए हैं। इनमें अडानी समूह के सीईओ सुदीप्त भट्टाचार्य, संजय पुगलिया और सेंथिल सिन्नैया चेंगलवारायण शामिल हैं। NDTV के प्रमोटर ग्रुप व्हीकल RRPL होल्डिंग की NDTV में 29.18 प्रतिशत हिस्सेदारी है, जिसे अडानी ग्रुप (Adani group) द्वारा खरीदा गया है।
NDTV’s promoter group vehicle RRPRH has approved Prannoy Roy & Radhika Roy’s resignation.
— ANI (@ANI) November 29, 2022
RRPRH has approved Sudipta Bhattacharya, Sanjay Pugalia & Senthil Sinniah Chengalvarayan as directors on Board with immediate effect. pic.twitter.com/ENEu3XDYXE
बीएसई की वेबसाइट के मुताबिक, प्रणय रॉय एनडीटीवी के चेयरपर्सन हैं और राधिका रॉय एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर। उनके पास न्यू दिल्ली टेलीविजन लिमिटेड के एक चौथाई से अधिक शेयर हैं। उन्होंने अपना यह फैसला आरआरपीआर होल्डिंग की 99.5% इक्विटी को अडानी समूह के स्वामित्व वाली विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (वीसीपीएल) को हस्तांतरित करने के बाद लिया है।
इस साल अगस्त में, अडानी ग्रुप ने NDTV में अप्रत्यक्ष रूप से 29.18% शेयर्स खरीदे थे। ये सौदा ‘विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL)’ और ‘RRPR होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड’ के जरिए हुआ था। जहाँ VCPL पूरी तरह से AMNL की 100% सब्सिडियरी कंपनी है, वहीं RRPR एनडीटीवी की प्रमोटर कंपनी में। इस कंपनी में AMGNL ने 99.5% इक्विटी ख़रीदने का निर्णय लिया है। एनडीटीवी में रॉय परिवार की 32.26 फीसदी हिस्सेदारी है।
कैसे NDTV की होल्डिंग कंपनी कैसे गौतम अडानी की हुई
गौरतलब है कि इस लेन-देन की शुरुआत 2008 से शुरू हुई, जब रॉय परिवार ने इंडियाबुल्स से 540 करोड़ रुपए का ऋण लिया था, ताकि बाजार से एनडीटीवी के शेयरों को खरीदने के लिए एक खुली पेशकश की जा सके। उन्होंने सिक्योरिटी के तौर पर एनडीटीवी में अपने शेयर गिरवी रखकर कर्ज लिया था। उसके बाद, उन्होंने इंडियाबुल्स का कर्ज उतराने के लिए आईसीआईसीआई बैंक से ऋण लिया। इस बार उन्होंने आरआरपीआर के तहत अपने एनडीटीवी के शेयरों को भी गिरवी रखा।
उसके बाद, उन्होंने NDTV में अपने शेयरों के बदले ICICI ऋण का भुगतान करने के लिए विश्वप्रधान कमर्शियल प्राइवेट लिमिटेड (VCPL) से ऋण लिया। वीसीपीएल ने आरआरपीआर को जो पैसा दिया, वह मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह के पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी से आया था। बाद में, वीसीपीएल को अडानी समूह की कंपनी एएमजी मीडिया नेटवर्क लिमिटेड (एएमएनएल) द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया।
बता दें कि प्रणय रॉय ने एनडीटीवी बोर्ड से इस्तीफा नहीं दिया है। उन्होंने आरआरपीआर बोर्ड से अपना इस्तीफा दिया है। इससे पहले खबर आई थी गौतम अडानी ने NDTV के मालिक-संस्थापक प्रणय रॉय को अध्यक्ष बने रहने के लिए कहा था। साथ ही उन्होंने यह बात भी कही थी कि सरकार के गलत काम दिखाने के साथ-साथ सही काम दिखाने की भी हिम्मत होनी चाहिए।