भारत के संशोधित UAPA क़ानून के तहत मौलाना मसूद अजहर, हाफ़िज़ सईद, दाऊद इब्राहिम, ज़कीउर्रहमान लखवी को आतंकवादी घोषित करने के बाद बाद अमेरिका ने भी भारत के इस रुख़ का समर्थन किया है। अमेरिका का कहना है कि 4 कुख्यात आतंकियों को नामित करने के लिए भारत के नए क़ानूनी अधिकार प्रयोग का वो समर्थन करते हैं और उनके इस कार्य के लिए प्रशंसा भी करते हैं। यह नया क़ानून भारत और अमेरिका को आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई के साझा प्रयासों और संयुक्त कार्रवाइयों में सहायक होगा।
We stand w/ #India & commend it for utilizing new legal authorities to designate 4 notorious terrorists: Maulana Masood Azhar, Hafiz Saeed, Zaki-ur-Rehman Lakhvi & Dawood Ibrahim. This new law expands possibilities for joint #USIndia efforts to combat scourge of terrorism. AGW
— State_SCA (@State_SCA) September 4, 2019
ग़ौरतलब है कि बुधवार (4 सितंबर) को आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अज़हर, लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफ़िज़ सईद और ज़कीउर्रहमान लखवी को सरकार ने आतंकवादी घोषित किया है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम भी इस लिस्ट में शामिल है। ये कार्रवाई मोदी सरकार के नए विधि-विरुद्ध क्रियाकलाप (निवारण) (UAPA) क़ानून के तहत की गई।
आतंकवाद पर लगाम कसने के लिए बनाए गए इस कानून के तहत व्यक्ति विशेष को भी आतंकी घोषित किया जा सकता है। सरकार ने संसद में दावा किया था कि यह कानून सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादियों से चार क़दम आगे रखेगा।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के मुताबिक लिस्ट में पहले नंबर पर पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड मसूद अज़हर है। मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफ़िज़ सईद को नंबर दो पर रखा गया। तीसरे नंबर पर दाऊद इब्राहिम है।
अमित शाह के देश के गृह मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, आतंकवाद विरोधी UAPA संशोधन विधेयक 2019 को हाल ही में भारतीय संसद द्वारा पारित किया गया था। विपक्षी दलों द्वारा काफ़ी प्रतिरोध के बीच, आतंकवाद का मुक़ाबला करने के लिए भारत सरकार को अधिक शक्ति देने के लिए इस विधेयक पारित किया गया था। अज़हर और हाफ़िज़ सईद दोनों ही संयुक्त राष्ट्र द्वारा नामित वैश्विक आतंकवादी हैं।