विश्व में जारी कोरोना वायरस महामारी के बीच WHO ने नई चेतावनी जारी की है। WHO ने सुओ मोटो संज्ञान लेते हुए सख्त चेतावनी जारी की है कि अब लोगों को अपने दैनिक डेढ़ GB इंटरनेट की तर्ज पर ही अपना 100 ग्राम हैंड-सैनिटाइजर और हैंड वॉश भी रोजाना खर्च करना आवश्यक होगा।
WHO ने यह सख्त निर्देश दिल्ली बेस्ड अनपेड ट्रोल हार्ट हैकर आशुतोष सिंह की हरकतों को देखकर दिए हैं। दरअसल, हार्ट हैकर आशुतोष सिंह, जो कि पेशे से अनपेड ट्रोल हैं, ने कोरोना वायरस के दौरान एक भी दिन अपने बैग में रखे हैंड-सैनिटाइजर का इस्तेमाल नहीं किया।
लेकिन आशुतोष सिंह जब भी किसी सार्वजनिक स्थान पर अपना मोबाइल चार्ज करने को जाते हैं तो वो वहाँ पर लगे सरकारी सैनिटाइजर का भरपूर उपयोग कर लेते हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने हार्ट हैकर आशुतोष को कुछ हैंड सैनिटाइजर खुद पर छिड़कते हुए और दो घूँट पीते हुए भी देखा।
यह सिलसिला मार्च के माह में शुरू हुए देशव्यापी बंद के बाद से लेकर अब तक लगभग हर रोज ही दोहराया गया। आशुतोष सिंह की यह हरकत CCTV कैमरे में भी कैद हो चुकी है।
इस बारे में एक दिन आशुतोष के ही मित्र हैंडसम धनेश सिसोदिया ने नाराजगी भी व्यक्त की। हैंडसम सिसोदिया ने कहा कि आशुतोष सिंह ने अपना हैंड सैनिटाइजर भी खरीदा था लेकिन उस 100 ग्राम की बोतल में जितना हैंड सैनिटाइजर मार्च के माह था, जुलाई के आखिर तक भी उतना ही बचा हुआ है। हैंडसम सिसोदिया ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए एक दिन कहा – “हम क्या यहाँ पागल बैठे हैं?”
हार्ट हैकर आशुतोष सिंह के इस कारनामे के सामने आने के बाद स्वरा घासकर और कुणाल सेहरा ने ट्विटर पर इसे लेकर ऑनलाइन कैम्पेन भी चलाया। इस मुहिम से जुड़े और युवाओं ने बताया कि यह समस्या सिर्फ दिल्ली बेस्ड हार्ट हैकर आशुतोष की ही नहीं बल्कि देश के और भी कई हिस्सों में लोगों के साथ देखी गई है।
लोगों ने कहा कि जो लोग पहले अपने दोस्त से फ्री वाई-फ़ाई माँगा करते थे, वही लोग अब दोस्ती का वास्ता देकर हैंड सैनिटाइजर माँगने लगे हैं। इस पर WHO ने नई गाइडलाइंस जारी करते हुए कहा – “अबे (अपशब्द) कुछ तो शर्म करो। अगर तुम्हारे 5 महीने पुराने 100 ग्राम सैनिटाइजर से पहले कोरोना की महामारी खत्म हो गई तो दुनिया को क्या मुँह दिखाओगे?”
अब WHO इस निष्कर्ष पर पहुँचा है कि यदि जनसाधारण के बीच तालमेल रखना चाहते हैं तो हर व्यक्ति को रोजाना अपना 100 ग्राम सैनिटाइजर किसी भी सूरत में खत्म करना ही होगा।
हालाँकि, WHO के इस फैसले के विरोध में एक जनहित याचिका यह कहते हुए डाल दी गई है कि जो लोग अल्कोहल यानी, मदिरा को ही सैनिटाइजर मानकर इस्तेमाल कर रहे थे, वो रोजाना 100 ग्राम से अधिक खर्च कर सकते हैं या नहीं?
इस पर अभी WHO के आधिकारिक बयान का इंतजार है।