“किसी को कुर्सी मिली किसी के हिस्से सत्ता आई, मैं महागठबंधन था मेरे हिस्से EVM आई”
बिहार चुनावों की चकल्लस को आखिरकार नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही पूर्णविराम लग गया। इस सबके बीच जो चर्चा कहीं नहीं हुई, वह चर्चा थी महागठबंधन और लिबरल्स की नई उम्मीद चाराभक्षी लालू पुत्र तेजस्वी यादव की। उनके हिस्से मशहूर शायर मुनव्वर काणा की ये शायरी ही आ सकी है।
राग EVM, लोकतंत्र की हत्या, और फासीवादी नारों के बावजूद बिहार की सत्ता से दूर रहने के बाद महागठबंधन के नेता निष्पक्ष पत्रकारों के ट्वीट्स और अखबारों की हेडलाइन से अचानक गायब हो गए हैं। लेकिन एक खोजी पत्रकार ने हमें महागठबंधन के बारे में एक चौंकाने वाली जानकारी दी है।
नाम न बताने की शर्त पर महागठबंधन के एक अंदर के ही आदमी ने हमें बताया है कि चुनावी नतीजों के बाद चल रही सर फुटव्वल के बीच तेजस्वी यादव ने समस्त महागठबंधन के नेताओं को महान मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक शिव खेड़ा की पुस्तक ‘जीत आपकी’ पढ़ने के सख्त निर्देश दिए हैं। इसके अलावा, संदीप माहेश्वरी की यूट्यूब वीडियो भी रोजाना देखने की सलाह महागठबंधन की बैठक में सर्वसहमति से ली गई। यह फैसला पाँच साल बाद बिहार में अपनी सत्ता स्थापित करने के प्रयासों में पहला कदम बताया जा रहा है।
बिहार के मतदाताओं को हल्के में ना लेते हुए शुरू से ही विभिन्न रूप धरकर मतदाताओं के प्रत्येक वर्ग को रिझाने में कामयाब रहे तेज प्रताप यादव ने भी संदीप माहेश्वरी की मोटिवेशनल वीडियो रोजाना देखने की बात स्वीकार की है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने 9वीं से आगे न पढ़ने का मन ही महान मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी की वो वीडियो देखकर बनाया था, जिनमें उन्होंने 10वीं में फेल होने के 101 फायदों के बारे में विस्तार से बताया है। उन्होंने कहा कि फेल होने वाले लोगों का मनोबल बढ़ाने और फेल होने के फायदे गिनने वाले इन भाषणों के बीच में बजने वाली भावुक धुन उन्हें फेल होने के लिए विवश करती आई हैं।
वहीं, तेज प्रताप यादव का कहना है कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव भी शिव खेड़ा की पुस्तक ‘जीत आपकी’ ही पढ़ा करते थे, और उन्होंने भारतीय राजनीति में एक बड़ी जगह बनाई। जब महान राजनीतिज्ञ और दूरदर्शी नेता अनंत सिंह जी से प्रश्न किया गया कि क्या उन्होंने भी चुनाव जीतने के लिए कभी किसी मोटिवेशनल स्पीकर की वीडियो का सहारा लिया है? इस पर अनंत सिंह जी ने जवाब दिया – “$#@ का मोटिवेशनल स्पीकर!”
कुछ ख़ुफ़िया रिपोर्टर ने यह जानकारी भी हासिल करने की कोशिश की कि क्या लालू पुत्रों की ही तरह कॉन्ग्रेस के युवराज राहुल गाँधी भी किसी मोटिवेशनल स्पीकर की मदद से ही हर चुनाव हार रहे हैं। इस पर जब राहुल गाँधी से उनके इंटरव्यू का समय माँगा तो उस समय वो चुनाव की तैयारियों के तनाव को दूर करने के लिए चंपक का अध्ययन कर रहे थे।
खबर लिखे जाने तक शिव खेडा की पुस्तक ‘जीत आपकी’ की कुछ प्रतियाँ महागठबंधन के आधे सदस्यों के बीच बाँट दी गई और संदीप माहेश्वरी की वीडियो की कैसेट के ऑर्डर जारी कर दिए गए थे। महागठबंधन के के लिए इनके स्वाध्याय और रीविजन का लक्ष्य 2025 तय किया गया है।