फर्जी खबरें फैलाने की उस्ताद रहीं कॉन्ग्रेस नेता दिव्या स्पंदना उर्फ रम्या के सिल्वर स्क्रीन पर लौटने की खबर सामने आ रही है। एक्टर से नेता बनी स्पंदना की कन्नड़ फिल्म ‘दिल का राजा’ का टीजर शुक्रवार को रिलीज हुआ। कयास लगाए जा रहे हैं कि वह सक्रिय राजनीति से तौबा कर वापस फिल्मी दुनिया में लौटने को तैयार हैं।
हालॉंकि पूरी तरह से उनके फिल्मी दुनिया में लौटने को लेकर यकीनी तौर से कुछ कहा नहीं जा सकता, क्योंकि वे गायब होने की कला के लिए जानी जाती हैं। वैसे, रम्या कई महीनों से कॉन्ग्रेस के किसी भी कार्यक्रम में नजर नहीं आई हैं। कॉन्ग्रेस की सोशल मीडिया टीम की मुखिया के पद से इस्तीफा देने के बाद से सोशल मीडिया पर भी सक्रिय नहीं हैं।
बता दें कि पूर्व सांसद रम्या 2019 के लोकसभा चुनावों के दौरान कॉन्ग्रेस की सोशल मीडिया टीम की कमान सॅंभाल रही थी। लोकसभा चुनाव में कॉन्ग्रेस की बुरी हार के बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद पार्टी ने गुजरात कॉन्ग्रेस के मीडिया कोऑर्डिनेटर रोहन गुप्ता को सोशल मीडिया डिपार्टमेंट का चेयरमैन बनाया है।
बता दें कि दिव्या स्पंदना गलत जानकारियाँ ट्वीट करने और भ्रामक अभियान चलाने के लिए कुख्यात रही हैं। भारत की सबसे तेज़ रफ़्तार ट्रेन ‘वंदे भारत एक्सप्रेस’ की सफलता को ख़ारिज करने के लिए दिव्या स्पंदना ने फर्जी ख़बरों का सहारा लेते हुए इसके बारे में झूठ फैलाने की कोशिश की।
कॉन्ग्रेस की पूर्व सांसद ने पुलवामा में आतंकी हमले के बाद असंवेदनशील बयानों को हवा देने की कोशिश की थी। हमले के मास्टरमाइंड आदिल डार के आतंकवादी बनने को शर्मनाक तरीके से सही ठहराया था। इसके अलावा दिव्या स्पंदना ने अल्ट्रा-लेफ्ट विंग वकील प्रशांत भूषण के एक ट्वीट को री-ट्वीट भी किया, जिसमें उन्होंने देश के ख़िलाफ़ युद्ध छेड़ने के लिए आतंकवाद में शामिल होने वाले कश्मीरी युवाओं को सही ठहराया था।
दिव्या ने इससे पहले अपने अकॉउंट पर ट्वीट करते हुए मीम शेयर किया था। इसमें उन्होंने लिखा था कि मोदी को वोट देने वाले तीन लोगों में एक आदमी बेवकूफ़ होता है, बिल्कुल बाक़ी दोनों की तरह।