Saturday, November 16, 2024
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सेंसर बोर्ड ने कहा- फिल्म से निकालो ‘जय श्री राम’ का नारा, डायरेक्टर बोले- मर जाऊँगा पर नहीं हटाऊँगा: जानिए ‘तीसरी बेगम’ पर विवाद क्यों

सेंसर बोर्ड ने उन्हें फिल्म से जय श्रीराम हटाने को कहा है। इस फिल्म के सर्टिफिकेट के लिए उन्होंने पिछले साल आवेदन किया था। इसके बाद खबर आई कि फिल्म को सेंसर बोर्ड की परीक्षण समिति ने इसे सेंसर सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया।

पिछले 50 सालों से बॉलीवुड जगत में बतौर फिल्म मेकर अपनी जगह बनाए रखने वाले केसी बोकाडिया की नई फिल्म पर सेंसर बोर्ड कैंची चलाने के लिए परेशान है। बोकाडिया की फिल्म का नाम ‘तीसरी बेगम’ है। बताया जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने उन्हें फिल्म से ‘जय श्री राम’ हटाने को कहा है। इस फिल्म के सर्टिफिकेट के लिए उन्होंने पिछले साल आवेदन किया था।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, फिल्म को देख पहले तो सेंसर बोर्ड की परीक्षण समिति ने इसे एग्जामिन करने के बाद इसे सेंसर सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। उन्होंने इस फिल्म के लिए कहा कि ये एक समुदाय विशेष के लिए वैमनस्यता को फैलाती है। साथ ही बोकाडिया को 14 दिन का समय दिया कि वो इस फिल्म को पुनरीक्षण समिति के पास ले जाएँ।

सेंसर बोर्ड के इस फैसले के बाद जब बोकाडिया ने दोबारा से फिल्म के सर्टिफिकेट के लिए आवेदन किया तो 6 मार्च 2024 को उनके पास एक पत्र आया। इस पत्र में कहा गया था कि ‘तीसरी’ बेगम को केवल बयस्कों के लिए प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके अलावा रिविजन कमेटी से मिली सलाह में 14 स्थानों पर कट्स या बदलाव करने को भी कहे गए थे।

अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक बोकाडिया बताते हैं कि उन्हें फिल्म रिलीज से पहले 14 कट्स लगाने को कहे गए हैं और उन्हें दुख इस बात का है कि इन कट्स में एक जगह ‘जय श्री राम’ हटाने को भी कहा गया है। बोकाडिया बोले- “राम हमारी आस्था के केंद्रबिंदु हैं और फिल्म में ये बात एक ऐसा किरदार कह रहा है जो खुद पर हमलावर हुए शख्स की शरण में है।”

उन्होंने रामचरित मानस के सुंदरकांड में से भगवान राम के उस कथन का उदाहरण दिया जिसमें वो विभिषण के शरण में आने पर कहते हैं- “शरणागत कहुं जे तजहिं निज अनहित अनुमानि। ते नर पांवर पाप सम तिन्हहिं बिलोकत हानि।।”

बोकाडिया ने कहा, “यदि कोई हमलावर किसी की जान लेने पर आमादा है और अपनी जान बचाने के लिए वह शख्स प्रभु श्रीराम के नाम का उच्चारण ले रहा हो तो उसे ‘जय श्री राम’ कहने से भारत में तो शायद ही कोई रोकना चाहेगा।”

उन्होंने बताया कि उनकी फिल्म तीसरी बेगम भी ऐसी ही है जिसमें एक शख्स अपनी पहचान छिपाकर तीसरी शादी करता है और बाद में गलती मानता दिखता है। वह बताते हैं कि वो शख्स जान बचाने के लिए प्रभु श्रीराम का नाम लेता दिखता है ऐसे में वो ये नाम क्यों हटाएँ। उन्होंने कहा है- “मैं मर जाऊँगा लेकिन मैं अपनी फिल्म से किसी कीमत पर जय श्री राम नहीं हटाऊँगा।” उन्होंने अपनी बात को सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी तक पहुँचा दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने पिछले 40 साल में 60 फिल्म को बनाया है लेकिन कभी इस तरह सेंसर बोर्ड ने परेशान नहीं किया।

हाल में उन्होंने दूरदर्शन के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल पर एक साप्ताहिक धारावाहिक बनाया- सरदार द गेम चेंजर। इसे देख केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे हफ्ते में दो बार करने का सुझाव दिया, लेकिन सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म को देख उसे रिलीज करने से ही मना कर दिया और जब अनुमति दी तो उसमें से श्रीराम का नाम हटाने को कहा। केसी बोकाडिया कहते हैं कि अगर उन्हें इस फिल्म को जय श्री राम शब्दों के साथ रिलीज होने से रोका गया तो वह इसके खिलाफ हाई कोर्ट जाएँगे।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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