मीडिया में चर्चा है कि बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर 2022 में गायिका और एंकर शिबानी दांडेकर से शादी रचा सकते हैं। शिबानी दांडेकर भारतीय-ऑस्ट्रेलियाई मूल की गायिका और एंकर हैं। दोनों एक-दूसरे के साथ अक्सर सोशल मीडिया पर अंतरंग तस्वीरें शेयर करते रहते हैं। अब मीडिया में अटकलें लगाई जा रही हैं कि दोनों इस साल शादी कर सकते हैं। कुछ महीनों पहले ही फरहान अख्तर ने शिबानी दांडेकर के साथ अपने रिश्ते को इंस्टाग्राम के माध्यम से सार्वजनिक किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि फरहान अख्तर और शिबानी दांडेकर मार्च 2022 में ही शादी करने की योजना बना रहे हैं। पहले एक भव्य समारोह में शादी की योजना थी, लेकिन ओमीक्रॉन कोरोना वेरिएंट के आने के बाद जिस तरह से संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही हैं और राज्यों में पाबंदियाँ लग रही हैं, उन्होंने अब परिवार और करीबी रिश्तेदारों-दोस्तों की मौजूदगी में एक सादे समारोह में शादी की योजना बनाई है। दोनों साथ रह रहे हैं और महामारी के बीच वो अपनी शादी को और आगे नहीं खिसकाना चाहते।
A report suggests that the lovebirds are all set to take their relationship to the next level!#FarhanAkhtar #ShibaniDandekar https://t.co/CgbuoDTdmS
— BombayTimes (@bombaytimes) January 4, 2022
कहा जा रहा है कि इन्हीं कारणों से उन्होंने इस शादी को एक बेहद ही प्राइवेट कार्यक्रम बनाने का निर्णय लिया है। जल्द ही इस बारे में सोशल मीडिया पर आधिकारिक घोषणा की जा सकती है। रिपोर्ट में ये भी है कि दोनों ने एक फाइव स्टार होटल बुक करने के साथ-साथ अपने शादी के कपड़े भी चुन लिए थे। दोनों इस दौरान सब्यसाची द्वारा डिजाइन किए गए आउटफिट्स पहनेंगे। कुछ दिनों पहले ये दोनों अनुष्का दांडेकर के घर क्रिसमस सेलिब्रेशन में दिखे थे। हाल ही में उन्होंने लंदन में पार्टी भी की है।
हाल ही में फरहान अख्तर पर ‘तूफ़ान’ फिल्म के जरिए ‘लव जिहाद’ को बढ़ावा देने के आरोप लगे थे। फरहान अख्तर को CAA विरोधी प्रदर्शनों में भी देखा गया था, जबकि उन्हें इस कानून का एबीसी तक पता नहीं था। उनका कहना था कि इतने लोग प्रदर्शन कर रहे हैं तो वो भी कर रहे हैं। फिल्म में अभिनेता का नाम होता है ‘अज़ीज़ अली’ और उसके साथ जो अभिनेत्री होती है, उसका नाम होता है ‘अनन्य प्रभु’। इसके अलावा उन्होंने ट्विटर के माध्यम से एक झूठ फैलाया था कि CAA और NRC लागू होने के बाद आदिवासियों, दलितों और महिलाओं को देश से बाहर निकाल दिया जाएगा।