अपनी बेबाकी के लिए मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में उन्होंने जो कुछ भी कहा है यदि वे इसे साबित नहीं कर पाईं तो अपना पद्मश्री लौटा देंगी। उन्होंने यह बात रिपब्लिक टीवी के अर्नब गोस्वामी को दिए इंटरव्यू में कही।
सुशांत सिंह के सुसाइड के बाद कंगना ने बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद और गुटबाजी पर जमकर हमला बोला था। साथ ही उन्होंने बताया था कि किस तरह मीडिया बाहर से आए लोगों की लिंचिंग करती है।
कंगना फ़िलहाल अपने घर मनाली में हैं। रिपब्लिक टीवी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर वह सुशांत सिंह राजपूत की मौत पर दिए अपने बयानों को साबित नहीं कर पाती हैं तो पद्मश्री पुरकार लौटा देंगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में मुंबई पुलिस ने उन्हें समन भेजा था। वह जाँच टीम का हर तरह से सहयोग करने के लिए तैयार भी थीं।
कंगना ने कहा, “मुंबई पुलिस ने मुझे समन भेजा। मैंने उन्हें बताया कि मैं मनाली में हूँ। वह किसी को भेज कर मेरा बयान दर्ज करा सकते हैं लेकिन इसके बाद मुझसे किसी ने संपर्क नहीं किया। मैं खुद स्पष्ट करना चाहती हूँ अगर मैंने कुछ सार्वजनिक रूप से कहा है और मैं इसे साबित नहीं कर सकी तो अपना पद्मश्री लौटा दूँगी।” उन्होंने कहा, “मैं ऐसी इंसान नहीं हूँ कि बस यूँ ही इतनी बड़ी बात सार्वजनिक रूप से कह दूँ।”
तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुकीं कंगना को इस साल की शुरुआत में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ही इस पर खुल कर बात की। उन्होंने इस मुद्दे पर होने वाली नकारात्मक रिपोर्टिंग की जम कर आलोचना की। उन्होंने यह भी कहा कि वह खुद कई कलाकारों के निशाने पर थीं। कंगना ने सुशांत सिंह राजपूत के खिलाफ कैम्पेन चलाने वाली कई दिग्गज बॉलीवुड हस्तियों का नाम लिया। इसमें कारण जौहर, आदित्य चोपड़ा और महेश भट्ट जैसे लोगों का नाम शामिल था।
सुशांत सिंह राजपूत के मामले में मुंबई पुलिस ने पूछताछ के लिए कुल 36 लोगों की सूची तैयार की थी। इसमें संजय लीला भंसाली, रिया चक्रवर्ती, संजना संघी और मुकेश छाबड़ा समेत अन्य लोगों का नाम शामिल है। ख़बरों के मुताबिक़ मुंबई पुलिस शेखर कपूर को भी इस मामले में सामान भेजने वाली थी। लेकिन कुछ समय बाद तय हुआ कि वह अपना बयान व्यक्तिगत रूप से मुंबई पुलिस को भेजेंगे।
कंगना ने करीब दो मिनट का वीडियो जारी कर इंडस्ट्री से सवाल पूछा था कि सुशांत की मौत आत्महत्या थी या प्लान्ड मर्डर? उन्होंने कहा था, “सुशांत सिंह की मौत ने हम सबको झकझोर के रख दिया है। लेकिन वे लोग, जो इस चीज में माहिर हैं कि कैसे समानांतर नैरेटिव चलाया जाए, वो ये कहने लगे हैं कि जिनका दिमाग कमजोर होता है, वे डिप्रेशन में आते हैं और सुसाइड कर लेते हैं।”
उन्होंने यह भी दावा किया था कि कुछ लोगों के इशारे पर मीडिया ब्लाइंड आइटम लिखती है ताकि जब कोई झूठ बोले, तो उसके ख़िलाफ़ कोई कानूनी कार्रवाई न हो सके। सुशांत के संदर्भ में ऐसी ही मीडिया रिपोर्टों का उल्लेख करते हुए बताया था कि पत्रकारिता के नाम पर मीडिया ने सुशांत को कैसे अपमानित किया।
उन्होंने बताया था, “23 अगस्त 2017 को बॉलीवुड लाइफ सुशांत के बारे में लिखता है कि वो जब भी सेक्स करता है तो अपने ही गाने सुनता है। तो वो सबसे बड़ा नारसिसिस्ट है। 16 दिसंबर 2016 में मुंबई मिरर लिखता है कि सुशांत एक ट्रक ड्राइवर की तरह दिखता है। 22 फरवरी 2019 को मुंबई मिरर लिखता है कि पार्टी में तमाशा करने के बाद सुशांत ने काँच की बोतल एक निर्देशक के सिर पर मारी। 18 अक्टूबर 2018 को डीएनए लिखता है कि सुशांत ने अपनी को-एक्टर का रेप किया और वह मीटू के चलते अब जेल जा सकता है।”
सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को मुंबई के अपने आवास में मृत मिले थे। इस मामले की सीबीआई जॉंच की मॉंग भी लगातार उठ रही है।