अभिनेत्री कंगना रनौत की बहन रंगोली चंदेल ने फिल्मकार महेश भट्ट और गीतकार जावेद अख्तर को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रंगोली के मुताबिक भट्ट ने एक बार गुस्से में कंगना पर चप्पल फेंके थे, जबकि अख्तर ने उन्हें अपने घर बुलाकर धमकाया था। इनमें से एक घटना कंगना के करियर के शुरुआती दिनों की है, जबकि दूसरी तब की है जब उनका अभिनेता ऋतिक रोशन से झगड़ा चल रहा था।
ऋतिक से अनबन की बात खुद कंगना ने भी कबूली थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि शक्तिशाली रोशन परिवार उनके पीछे पड़ा हुआ है। रंगोली के मुताबिक इस विवाद के दौरान जावेद अख्तर ने कंगना को अपने घर बुलाया। उसे अपने कहे अनुसार चलने की सलाह दी। वे चाहते थे कि कंगना उनकी बात मान ऋतिक से माफ़ी माँग ले। इससे इनकार किए जाने पर उन्हें जावेद अख्तर ने धमकाया था।
असल में पटकथा लेखक से गीतकार और फिर ट्विटर ट्रोल बने जावेद अख्तर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फासिस्ट बताया था। इस पर कमेंट करते हुए एक ट्विटर यूजर ने पूछा कि ये कैसा फासिज्म है, जिसमें लोग देश के पीएम को रोज 5 बार फासिस्ट बोल कर भी खुला घूम रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री से दरख्वास्त करते हुए कहा कि एक बार ऐसे लोगों को फासिज्म का उदाहरण दिखाया जाना चाहिए, जिसके बारे में ये दिन-रात माला जपते रहते हैं। रंगोली ने इसी ट्वीट को कोट करते हुए कंगना वाला वाकया सुनाया।
Javed Akhtar ji called Kangana home and intimidated her threatened her to say sorry to Hrithik, Mahesh Bhatt threw chappal on her cos she refused to play a suicide bomber, they call PM Facist, chacha ji aap dono kya ho ? https://t.co/4yfHDK7Jcq
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) February 18, 2020
रंगोली ने इसके बाद फ़िल्म निर्माता एवं निर्देशक महेश भट्ट से जुड़ा एक वाकया भी बताया। महेश भट्ट चाहते थे कि कंगना रनौत उनकी फ़िल्म में फिदायीन यानी आत्मघाती हमलावर का किरदार अदा करें। कंगना को ये रोल पसंद नहीं आया और उन्होंने इनकार कर दिया। महेश इस बात से इतने आग-बबूला हो गए कि उन्होंने कंगना को चप्पल दे मारी।
यह वाकया भट्ट की फ़िल्म ‘धोखा’ से जुड़ी हैं जिसमें वे कंगना को लेना चाहते थे। इसकी कहानी कुछ यूँ थी कि एक मुस्लिम परिवार को भारतीयों द्वारा मार दिया जाता है। उस मुस्लिम परिवार में एक युवती ज़िंदा बच जाती है, जो बाद में आत्मघाती हमलावर बन जाती है। जब यह रोल ऑफर किया गया था कंगना मात्र 18 वर्ष की थीं। उन्होंने इस रोल को नकार दिया तो महेश भट्ट ने उन पर चप्पल चलाया।
a movie caled Dhoka Kangana says Mahesh Bhatt asked her to play a Muslim girl whose family killed by Indians so she decides to become a suicide bomber, Kangana was barley 18 she didn’t like the story, I guess Tulip Joshi did it then, never saw it ..
— Rangoli Chandel (@Rangoli_A) February 19, 2020
इन दो घटनाओं का जिक्र कर रंगोली यह समझाना चाहती थीं कि आखिर असली फासिज्म होता क्या है? जो लोग असली ज़िंदगी में फासिस्ट जैसा व्यवहार करते हैं, वो पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों रंगोली ने महेश भट्ट की बेटी आलिया को फिल्मफेयर द्वारा वर्ष की सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का खिताब दिए जाने वाले फ़ैसले पर भी सवाल उठाया था। रंगोली ने कहा था कि कैसे आलिया भट्ट को एक बुर्के वाली मुस्लिम युवती का किरदार प्ले करने के लिए फ़िल्मफेयर अवॉर्ड दे दिया गया। रंगोली ने बताया कि कंगना अपनी अगली फ़िल्म में एक दलाल का रोल अदा करने वाली हैं, जो गैंगस्टर्स को लड़कियाँ सप्लाई करती थी और तत्कालीन पीएम नेहरू की मित्र थी।