Saturday, November 16, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजन'किसान आंदोलन पर प्रियंका चोपड़ा खामोश क्यों?' मिया खलीफा ने बेरूत की बर्बादी और...

‘किसान आंदोलन पर प्रियंका चोपड़ा खामोश क्यों?’ मिया खलीफा ने बेरूत की बर्बादी और शकीरा को किया याद

मिया खलीफा लगातार 'किसान आंदोलन' पर ट्वीट कर रही हैं। अब उन्होंने उन्होंने प्रियंका को 'मिस जोनास' कह कर सम्बोधित किया और पूछा कि वो चुप क्यों हैं? मिया खलीफा ने आरोप लगाया है कि...

पूर्व पोर्न स्टार मिया खलीफा ने अब दिल्ली व उसके आसपास के इलाकों में चल रहे ‘किसान आंदोलन’ पर चुप्पी को लेकर प्रियंका चोपड़ा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने प्रियंका को ‘मिस जोनास’ कह कर सम्बोधित किया और पूछा कि वो चुप क्यों हैं? मिया खलीफा ने आरोप लगाया है कि ये ठीक उसी तरह है, जैसे बेरूत की बर्बादी के समय गायिका शकीरा चुप थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें इसे लेकर खासी उत्सुकता है।

हालाँकि, इसके बाद प्रियंका चोपड़ा के फैंस द्वारा उन्हें गुस्से का सामना करना पड़ा। फैंस ने उन्हें याद दिलाया कि ‘फैशन गर्ल’ ने दिसंबर 2020 में ही ‘किसान आंदोलन’ के सर्मथन में बयान जारी कर दिया था और यहाँ तक कि दिलजीत दोसाँझ के ट्वीट को रीट्वीट भी किया था। बता दें कि गणतंत्र दिवस के दिन हुई हिंसा पर चुप पंजाबी गायक दिलजीत ने खालिस्तानियों की निंदा करने से इनकार कर दिया। वो ट्विटर पर प्रोपेगंडा फैलाते रहते हैं।

मिया खलीफा लगातार ‘किसान आंदोलन’ पर ट्वीट कर रही हैं। उन्होंने पूछा था कि आखिर कोई ऐसा सोच भी कैसे सकता है कि सारे अंतरराष्ट्रीय सेलेब्रिटीज ने रुपए लेकर ही ‘अब तक के सबसे बड़े विरोध प्रदर्शन’ के पक्ष में ट्वीट किया है। साथ ही वो मीणा हैरिस के ट्वीट्स को भी रीट्वीट करने में लगी हुई हैं। उन्होंने भारतीय खाने के साथ तस्वीर शेयर कर के भी इस मामले में इमोशनल समर्थन लेना चाहा। हालाँकि इसके लिए उनका विरोध भी हो रहा है।

किसान संगठनों द्वारा आंदोलन में किसानों के मरने की जो खबरें फैलाई जा रही हैं, उन्हें भी मिया खलीफा जम कर आगे बढ़ा रही हैं। उन्होंने कनाडा के खालिस्तान समर्थक सांसद जगमीत सिंह को भी धन्यवाद किया। वो रुपी कौर और जगमीत के साथ अक्सर ट्विटर टैग्स में दिखती हैं। उन्होंने पूछा कि क्या UN को भी ट्वीट करने से पैसे मिल रहे हैं? साथ ही कहा कि ये भारत का आंतरिक मुद्दा नहीं है, मानवता का है।

राज्यसभा में सम्बोधन देते समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ‘FDI (फॉरेन डिस्ट्रक्टिव आइडियोलॉजी)’ के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी। असम में भाषण देते समय भी उन्होंने ग्रेटा थनबर्ग द्वारा लीक किए गए टूलकिट की तरफ इशारा करते हुए कहा था कि उन्होंने भारत के योग के साथ-साथ चाय को नहीं छोड़ा।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

एक और प्रॉपर्टी पर कब्जे में जुटा कर्नाटक वक्फ बोर्ड, हाई कोर्ट ने लताड़ा: कहा- पहले ट्रिब्यूनल जाओ, संपत्ति के मूल मालिकों ने कोर्ट...

1976 में वक्फ से निजी बनाई गई सम्पत्ति को कर्नाटक का वक्फ बोर्ड दोबारा वक्फ सम्पत्ति में तब्दील करना चाहता है। इसके लिए उसने 2020 में आदेश जारी किया था। अब हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी है।

BJP अध्यक्ष नड्डा को गुरुद्वारा में घुसने नहीं दिया: कॉन्ग्रेस ने फिर किया गलत दावा, प्रबंधन कमिटी ने बयान जारी कर आरोपों को नकारा;...

सुप्रिया ने लिखा कि "गुरुद्वारे में सब एक समान हैं और भावनाओं की इज्जत की जानी चाहिए," इस बात को आधार बनाकर उन्होंने नड्डा और भाजपा पर निशाना साधा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -