धोखाधड़ी के मामले में आरोपित बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा और उनके सलाहकार अभिषेक सिन्हा के खिलाफ उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के चीफ ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट ने वॉरंट जारी किया है। इस मामले में अब कोर्ट अगली सुनवाई 25 मार्च, 2022 को करेगा। एक्ट्र्र्रेस पर एक इवेंट में शामिल होने के नाम पर 29.92 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोप हैं।
गौरतलब है कि यह मामला साल 2018 का है। जहाँ शिवपुरी गाँव के रहने वाले प्रमोद शर्मा ने 24 नवंबर, 2018 को मुरादाबाद के एसएसपी से सोनाक्षी सिन्हा के ख़िलाफ शिक़ायत की थी। प्रमोद का कहना था कि उन्होंने 30 सितंबर, 2018 में इंडिया फैशन एंड ब्यूटी अवॉर्ड कार्यक्रम में अवॉर्ड देने के लिए सोनाक्षी से एक करार किया था।
सोनाक्षी पर आरोप है कि फैशन शो में आने के लिए एक्ट्रेस को 29 लाख 90 हजार और उनके सलाहकार अभिषेक ने 6 लाख 50 हजार रुपए लिए थे। लेकिन ऐन वक्त पर वो इस कार्यक्रम में पहुँचे ही नहीं। जब उनसे इसका कारण पूछा गया तो उन्होंने कोई जबाव नहीं दिया। इस कार्यक्रम के लिए प्रमोद ने टैलेंट फुल ऑन कंपनी से करार किया था।
ख़बर के अनुसार, वादी ने एक पत्र लिखकर न्याय की माँग की थी, लेकिन इस मामले को गंभीरता से न लेते हुए क्षेत्राधिकारी टाल-मटोल करते रहे। इससे आहत होकर प्रमोद शर्मा ने 13 फरवरी को ज़हर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। इस क़दम के बाद राज्य की पुलिस ने आईपीसी की घारा-420, 120 बी, 406, 34 के तहत FIR दर्ज कर ली थी।
FIR में सोनाक्षी सिन्हा, अभिषेक सिन्हा, मालविका पंजाबी, धूमिल कक्कड़, एडगर सकारिया के नाम शामिल हैं, जिन्हें इस मामले में आरोपित बनाया गया था। जानकारी के अनुसार, इस FIR को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिसके बाद सोनाक्षी सिन्हा की गिरफ़्तारी पर रोक लग गई थी। लेकिन अब एक बार फिर से उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं।