Tuesday, November 19, 2024
Homeविविध विषयमनोरंजनकुछ गलत नहीं किया तो चूहे-बिल्ली का खेल बंद करें रिया: बिहार पुलिस को...

कुछ गलत नहीं किया तो चूहे-बिल्ली का खेल बंद करें रिया: बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस ने बताया- अनजाने में फाइल डिलीट हो गई

"रिया भाग क्यों रही हैं? अगर वह दोषी नहीं हैं तो सामने आएँ और जाँच में पुलिस की मदद करें। हम किसी निर्दोष को सजा देने के हिमायती नहीं हैं। हम चाहेंगे कि वह सामने आकर अपना पक्ष रखें और अगर वह खुद को निर्दोष साबित करने में सफल रहीं तो हम उन्हें हाथ भी नहीं लगाएँगे। लेकिन अगर वह हमसे भागेंगी तो मैं इतना जरूर कहूँगा कि हम एक न एक दिन उन तक जरूर पहुचेंगे और......."

बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत से जुड़े मामले में बिहार पुलिस ने एक बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने बताया है कि सुशांत सिंह राजपूत जिन सिम कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे उनमें से कोई भी सिम सुशांत के नाम से नहीं थी। इनमें से एक सिम उनके दोस्त सिद्धार्थ पिथानी के नाम पर थी।

बता दें कि सिद्धार्थ पिथानी और सुशांत एक साल फ्लैटमेट रहे थे। सिद्धार्थ ने रिपब्लिक टीवी से बातचीत के दौरान सुशांत को दवाई देने की बात कबूली थी। हालॉंकि, रिया चकवर्ती से जुड़े सवाल पूछे जाने पर सिद्धार्थ बीच में ही रिपब्लिक टीवी का इंटरव्यू छोड़कर चले गए थे।

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने बताया कि मुंबई पुलिस ने बिहार पुलिस के साथ सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी रिपोर्ट शेयर करने से इनकार कर दिया है। मुम्बई पुलिस से अभी कई जरूरी कागजात और सीसीटीवी फुटेज की माँग की गई है लेकिन ये सब उपलब्ध नहीं कराया गया है।

सुशांत सिंह राजपूत केस की जाँच में मुंबई आई बिहार पुलिस ने अपना दायरा बढ़ा दिया है। बिहार पुलिस की टीम सुशांत की पूर्व-मैनेजर दिशा सालियान की मौत से जुड़े दस्तावेजों को एकत्रित करने के लिए शन‍िवार (अगस्त 1, 2020) शाम को मालवणी पुलिस थाने पहुँची।

शन‍िवार शाम बिहार पुलिस की टीम मालवणी पुलिस थाने में दिशा साल‍ियन की अप्राकृतिक मौत के बारे में पूछताछ करने गई। मुंबई पुलिस के जाँच अधिकारी ने सभी विवरण साझा करने की बात कही, लेकिन उसी समय एक कॉल मिलने के बाद चीजें बदल गईं। उन्होंने बिहार से आई टीम को बताया कि दिशा के विवरण वाला फोल्डर “अनजाने में डिलीट हो गया है।” और इसे ढूँढ नहीं सकते।

जब बिहार पुलिस ने कहा कि वे फाइल को दोबारा प्राप्त करने में उनकी मदद कर सकते हैं, तो उन्होंने अपना लैपटॉप उन्हें देने से इनकार कर दिया। बिहार के अधिकारियों को मुंबई पुलिस ने पेड लीव का आनंद लेने और मामले की जाँच नहीं करने के लिए कहा, क्योंकि राजनेता आपस में लड़ रहे हैं। आज बिहार पुलिस दिशा के परिवार के सदस्यों के बयान लेने गई थी लेकिन परिवार का कोई सदस्य मौजूद नहीं मिला।

बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने यह भी खुलासा किया कि रिया चक्रवर्ती का कोई अता-पता नहीं है। गुप्तेश्वर पांडेय शनिवार को सिलसिलेवार तरीके से मीडिया से मुखातिब हुए और इस मामले से जुड़ी कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। गुप्तेश्वर पांडेय ने एक चैनल से कहा कि अगर रिया खुद को दोषी नहीं मानती हैं तो फिर वह पुलिस के साथ चूहे-बिल्ली का खेल बंद करें और सामने आकर अपना बयान दर्ज कराएँ।

पांडेय ने कहा, “रिया भाग क्यों रही हैं? अगर वह दोषी नहीं हैं तो सामने आएँ और जाँच में पुलिस की मदद करें। हम किसी निर्दोष को सजा देने के हिमायती नहीं हैं। हम चाहेंगे कि वह सामने आकर अपना पक्ष रखें और अगर वह खुद को निर्दोष साबित करने में सफल रहीं तो हम उन्हें हाथ भी नहीं लगाएँगे। लेकिन अगर वह हमसे भागेंगी तो मैं इतना जरूर कहूँगा कि हम एक न एक दिन उन तक जरूर पहुचेंगे और तब दूध का दूध और पानी का पानी हो ही जाएगा।”

सुशांत सिंह राजपूत केस मामले में पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी मुंबई के लिए रवाना हो गए हैं। सिटी एसपी वहाँ जाँच के लिए पहले से पहुँची चार सदस्यीय पटना एसआईटी का नेतृत्व कर मामले की मॉनिटरिंग करेंगे। मामले की पुष्टि एसएसपी रेंज ने की है। बता दें कि बिहार की टीम भले ही मुंबई में जाँच कर रही है, लेकिन इसकी पल-पल की मॉनीटरिंग पटना स्थित कंट्रोल रूम से हो रही है। बिहार के डीजीपी गुप्‍तेश्‍श्‍वर पांडेय ने कहा है कि पुलिस जिम्मेदारों के चेहरे से नकाब जरूर उतारेगी।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

1971 में पैदा हुआ बांग्लादेश, पहली बार पाकिस्तान से डायरेक्ट आया कार्गो जहाज: जानिए समंदर के रास्ते का यह कारोबार भारत के लिए कैसा...

1971 के बांग्लादेश के बनने के बाद पहली बार कोई जहाज सामान लेकर पाकिस्तान के किसी बंदरगाह से सीधा बांग्लादेश पहुँचा है।

उमर अब्दुल्ला के खिलाफ लड़ा चुनाव, AAP ने बनाया स्टार प्रचारक: देवबंद में पुलिस पर ग्रेनेड फेंकने वाला आतंकी 30 साल तक देता रहा...

देवबंद में ग्रेनेड अटैक करने वाला आतंकी नजीर अहमद जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी लड़ चुका है। जानिए कैसे बदलते रहा पहचान।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -