ईरान और अमेरिका के बीच तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है, इस तनातनी के बीच इराक की राजधानी बगदाद में रविवार को अमेरिकी दूतावास के बाहर हमले की ख़बर सामने आई है। इस हमले में किसी के हताहत होने की ख़बर नहीं है। बता दें कि यह हमला बगदाद में एयरपोर्ट पर अमेरिकी रॉकेट हमले में ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत के बाद हुआ है। बगदाद स्थित ग्रीन ज़ोन में लगातार यह दूसरा हुआ हमला है। इससे पहले, शनिवार (4 जनवरी) की रात को भी रॉकेट से अमेरिकी दूतावास और एयरबेस पर रॉकेट से हमला किया गया था। हालाँकि, हमले में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली थी।
At least two rockets hit near US embassy in Baghdad (Iraq), witnesses tell AFP: AFP news agency
— ANI (@ANI) January 5, 2020
ख़बर के अनुसार, ईरान और अमेरिका के बीच तनाव को ख़त्म करने के लिए यूरोपियन यूनियन और भारत समेत कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की है। ग़ौर करने वाली बात यह है कि दोनों ही देश भारत के अहम रणनीतिक और व्यापारिक साझेदार हैं। लेकिन, दोनो देशों के बीच तनावपूर्ण स्थिति बरक़रार है। वहीं, अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के शब्द बेहद तल्ख़ अंदाज़ लिए हुए हैं।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ अपनी मुलाक़ात के बाद पोम्पियो ने ट्वीट किया। इसमें उन्होंने लिखा, “डॉ एस जयशंकर और मैंने अभी-अभी बात की है, हमने ईरान द्वारा लगातार दी जा रही धमकियों और उसके उकसावे वाली कार्रवाई पर चर्चा की है। ट्रम्प प्रशासन अमेरिकी लोगों, हमारे दोस्तों और सहयोगियों की रक्षा के लिए ज़रा भी नहीं हिचकेगा।”
.@DrSJaishankar and I spoke just now regarding Iran’s continued threats and provocations. The Trump Administration won’t hesitate to act to keep American lives, and those of our friends and allies, safe.
— Secretary Pompeo (@SecPompeo) January 5, 2020
प्रतिक्रिया स्वरूप, विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि भारत ने अमेरिका के सामने अपने हितों और गंभीर विषयों को रखा है। इस सन्दर्भ में उन्होंने ट्वीट किया, “अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से खाड़ी क्षेत्र में पैदा हुए हालात के बारे में चर्चा की। हमनें भारत की चिंताओं और भारत के हित के बारे में उन्हें बताया।”
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री जावेद जाफरी से वर्तमान स्थिति को लेकर फोन पर चर्चा की। दोनों देशों (अमेरिकी और ईरान) से भारत ने एक-दूसरे के हालात के बारे मेें बात की। भारत ने अपना रुख़ स्पष्ट करते हुए ईरान को बताया कि भारत तनाव के स्तर को लेकर बेहद चिंतित है। इसके बाद, दोनों देश लगातार एक-दूसरे के सम्पर्क में बने रहने को लेकर भी सहमत हुए।
Just concluded a conversation with FM @JZarif of Iran. Noted that developments have taken a very serious turn. India remains deeply concerned about the levels of tension. We agreed to remain in touch.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) January 5, 2020
ग़ौरतलब है कि शुक्रवार (3 जनवरी) को बगदाद में एक एयर स्ट्राइक में ईरान के कमांडर कासिम सुलेमानी को मार गिराया था। इसके बाद शनिवार की रात बगदाद में अमेरिकी दूतावास के बाहर रॉकेट से हमला किया गया। माना जा रहा है कि ये हमला ईरान की ओर से किया गया। ये हमला अमेरिकी दूतावास के नज़दीक और अमेरिकी एयरबेस पर हुआ। दो रॉकेट दूतावास के नज़दीक गिरे थे।
इस हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने फिर ईरान को अत्याधुनिक और ब्रैंड न्यू हथियारों से हमला करने के लिए चेताया था। ट्रम्प ने ईरान को सलाह देते हुए ट्वीट किया, “उन्होंने हमला किया और हमने उसका जवाब दिया। अगर वो फिर से हमला करेंगे, जो कि मैं उन्हें सलाह देता हूँ कि वो ना करें तो हम उन पर और ज़ोरदार हमला करेंगे जैसा अब तक कभी नहीं हुआ।”
इसके अलावा, राष्ट्रपति ट्रम्प ने अपने एक अन्य ट्वीट के ज़रिए ईरान को चेतावनी दी थी कि यदि वो अमेरिकी जवानों या सम्पत्ति पर हमला करेगा, तो अमेरिका 52 ईरानी स्थलों को निशाना बनाएगा और उन पर बहुत तेज़ी से और ज़ोरदार हमला करेगा। उन्होंने कहा था कि ईरान के 52 ठिकाने हमारे निशाने पर हैं, जो ईरान और ईरानी संस्कृति के लिए काफ़ी अहमियत रखते हैं। हम किसी भी तरह के हमले का मुँहतोड़ जवाब देने को तैयार हैं।
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