Friday, November 15, 2024
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खेले 9 ICC टूर्नामेंट, जीता एक भी नहीं: WTC फाइनल में भारत की हार से इंडियन फैंस नाराज, पूछ रहे- और कितना करें इंतजार

साल 2016 में हुए टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल, 2017 में हुई चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल, 2019 में हुए वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल, 2021 में हुए WTC के फाइनल, साल 2022 में टी20 विश्व कप के फाइनल और अब साल 2023 में हुए एक और ICC WTC फाइनल में टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी है।

विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC FINAL) के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत (IND vs Aus) को 209 रनों से करारी शिकस्त दी है। ऑस्ट्रेलिया के 444 रनों के लक्ष्य के सामने टीम इंडिया 270 रन ही बना सकी। इस हार के साथ ही भारत का ICC ट्रॉफी जीतने का एक और सपना चकनाचूर हो गया। बीते एक दशक में भारत ने 9 ICC टूर्नामेंट खेले हैं। लेकिन किसी मे भी जीत नहीं मिल सकी।

टीम इंडिया की हार के कारण…

टीम इंडिया की हार का सबसे कारण उसकी बल्लेबाजी रही। अजिंक्य रहाणे के अलावा कोई भी बल्लेबाज मैदान में रुककर खेलने की कोशिश करता दिखाई नहीं दिया। इसके अलावा, भारतीय गेंदबाजी में भी वह धार नजर नहीं आई, जिसकी फैंस उम्मीद कर रहे थे। यही कारण है कि पहली पारी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ और ट्रेविस हेड ने शतक जड़ते हुए टीम के लिए 284 रन जोड़ दिए थे। वहीं, टीम इंडिया शतक तो दूर शतकीय साझेदारी के लिए भी तरसती नजर आई। 

टीम इंडिया की इस हार पर कप्तान रोहित शर्मा ने कहा है, “ट्रेविस हेड और स्मिथ के कारण ऑस्ट्रेलिया यह मैच जीतने में कामयाब हुआ। ऑस्ट्रेलिया की जीत का श्रेय उन्हें ही जाता है।  हमारे बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके। दूसरी पारी में गेंदबाजों ने लय हासिल कर ली थी। लेकिन हम इसका भी फायदा नहीं उठा सके। ओवल क्रिकेट ग्राउंड में आए दर्शक बेहतरीन हैं, उन्होंने हमेशा की तरह उत्साह बढ़ाया। मैं सभी फैंस का शुक्रिया अदा करता हूँ। हम अपना मनोबल बनाए रखेंगे और अगले WTC फाइनल की तैयारी करेंगे।”

वहीं, टीम इंडिया के कोच राहुल द्रविड़ भी खिलाड़ियों के प्रदर्शन से खुश नजर नहीं आए। उन्होंने कहा, “हमने पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था। इस फैसले से हम काफी खुश थे। ऑस्ट्रेलिया को 70 पर 3 झटके भी दे दिए थे। लेकिन यह पिच 469 रन देने लायक नहीं थी। हालाँकि यह हुआ। बल्लेबाजों ने जिस तरह का शॉट सलेक्शन किया उसका खामियाजा हमें भुगतान पड़ा। मैं यहाँ शिकायत नहीं कर रहा हूँ। लेकिन IPL के बाद हमारे पास तैयारी करने के लिए पर्याप्त समय नहीं था।”

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी भारतीय बल्लेबाजों के शॉट सलेक्शन पर निराशा जताई। उन्होंने कहा है, “रोहित, विराट और रहाणे अपने शॉट सलेक्शन से खुश नहीं होंगे। तीनों बेहतरीन खेल रहे थे। लेकिन गलत तरीके से आउट हो गए।”

भले ही इस मैच में विराट कोहली कुछ खास नहीं कर पाए। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीव स्मिथ ने उनकी तारीफ की है। स्मिथ ने कहा है, “विराट कोहली एक बेहतरीन बल्लेबाज हैं। हम सभी यह जानते हैं लक्ष्य का पीछा करते हुए उनके बल्ले से काफी रन निकलते हैं। उनका विकेट हासिल करने के लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ी।”

टीम इंडिया बन चुकी है असली चोकर…?

टीम इंडिया को एक के बाद एक जिस तरह से बड़े टूर्नामेंट के फाइनल या सेमीफाइनल में पहुँचने के बाद हार का सामना करना पड़ रहा है, उससे यह सवाल उठता है कि क्या अब टीम इंडिया का नाम भी दक्षिण अफ्रीका की तरह चोकर्स की श्रेणी में आएगा। आँकड़ों पर नजर डालें तो भारतीय क्रिकेट टीम ने बीते एक दशक में 9 ICC टूर्नामेंट खेले हैं। इन सभी में टीम इंडिया को हार का मुँह देखना पड़ा।

टीम इंडिया ने आखिरी बार महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में साल 2013 में ICC चैंपियन्स ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद से आईसीसी ट्रॉफी जीतना महज एक सपने की तरह बन कर रह गया है। टीम इंडिया ऐन मौके पर हार जाती है और फैंस के हाथों सिर्फ निराशा लगती है। ICC ट्रॉफी में भारत की हार का सिलसिला साल 2014 से लगातार चला आ रहा है। टीम इंडिया को साल 2014 के टी20 विश्व कप के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा था। इसके बाद साल 2015 में हुए आईसीसी वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल में हारकर टीम इंडिया बाहर हो गई थी।

इसके अलावा, साल 2016 में हुए टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल, 2017 में हुई चैंपियन्स ट्रॉफी के फाइनल, 2019 में हुए वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल, 2021 में हुए WTC के फाइनल, साल 2022 में टी20 विश्व कप के फाइनल और अब साल 2023 में हुए एक और ICC WTC फाइनल में टीम इंडिया को हार झेलनी पड़ी है। यदि भारतीय क्रिकेट टीम की हार का यह सिलसिला यहीं नहीं थमता तो वह दिन दूर नहीं जब इस टीम पर भी चोकर्स का तमगा लग जाएगा।

WTC फाइनल में हार के बाद टीम इंडिया के फैंस बेहद नाराज नजर आए। आइए देखते हैं कुछ सोशल रिएक्शन:

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ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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