13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीकाशी विश्वनाथ कॉरिडोर (Shri Kashi Vishwanath Corridor) देश को समर्पित किया था। अब भारतीय रेलवे खानपान एवं पर्यटन निगम (IRCTC) ने ‘दिव्य काशी यात्रा’ की पहल की है, जो यात्रियों को वहाँ के उत्सवी वातावरण, दिव्यता, भव्यता और जीवंत आध्यात्मिकता से परिचित कराएगी। इसकी शुरुआत 22 मार्च 2022 को होगी।
रेल मंत्रालय के अधीन आने वाली आईआरसीटीसी ‘देखो अपना देश’ के तहत यह वातानुकूलित पर्यटक ट्रेन शुरू करने जा रही है। दिव्य काशी यात्रा 4 रात और 5 दिन की होगी। सफदरजंग रेलवे स्टेशन से इसकी शुरुआत होगी। इस ट्रेन की क्षमता 156 यात्रियों की है। फर्स्ट एसी का किराया ₹29950 प्रति व्यक्ति, जबकि सेकंड एसी का किराया 24500 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।
आईआरसीटीसी के जनसंपर्क अधिकारी आनंद कुमार झा ने ऑपइंडिया को बताया कि इस सेवा को शुरू करने का मकसद लोगों को भारत के गौरव से परिचित कराना है। हमारे ऐतिहासिक स्थलों, उनकी ऐतिहासिकता, धरोहर के प्रति जागरूक करना है। उल्लेखनीय है कि उद्घाटन के बाद से ही काशी कॉरिडोर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, “विश्वनाथ धाम का ये पूरा नया परिसर एक भव्य भवन भर नहीं है, ये प्रतीक है, हमारे भारत की सनातन संस्कृति का। ये प्रतीक है, हमारी आध्यात्मिक आत्मा का। ये प्रतीक है, भारत की प्राचीनता का, परम्पराओं का। भारत की ऊर्जा का, गतिशीलता का।”
झा ने बताया कि आईआरसीटीसी की योजना साल में कम से कम 10 ‘दिव्य काशी यात्रा’ ट्रेन चलाने की है। सफदरजंग से रवाना होने के अगले दिन ट्रेन बनारस पहुँचेगी। वहाँ से यात्रियों को सारनाथ ले जाया जाएगा। सारनाथ भ्रमण के बाद यात्री काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर, वाराणसी के घाट, गंगा आरती, संकट मोचन मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, दुर्गा मंदिर, भारत माता मंदिर सहित अन्य जगहों पर दर्शन कर सकेंगे। किराए में ही भोजन, एसी होटल में रुकने, दर्शन, गाइड सहित अन्य चीजों के खर्चे भी शामिल हैं। 26 मार्च की सुबह यात्रियों को लेकर ट्रेन दिल्ली पहुँचेगी।
देश की राजनीतिक राजधानी को देश की आध्यात्मिक और सांस्कृति राजधानी से जोड़ने वाली इस डीलक्स ट्रेन में शानदार रेस्तरां भी है। इसमें यात्रियों को शुद्ध और सात्विक भोजन परोसा जाएगा। मिनी लाइब्रेरी जैसी कई अन्य सुविधाओं का भी इंतजाम किया गया है। गौरतलब है कि ‘देखो अपना देश योजना’ के तहत ही आईआरसीटीसी ने ‘रामायण सर्किट यात्रा’ शुरू की थी। इस यात्रा के दौरान अयोध्या से लेकर रामेश्वरम तक भगवान श्रीराम से जुड़ी जगहों के दर्शन यात्रियों को कराया जाता है। इसकी शुरुआत बेहद सफल रही है। झा ने बताया कि साल में कम से कम आठ ‘रामायण सर्किट यात्रा’ चलाने की योजना है।