प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज (01 जुलाई) डॉक्टर्स डे (डॉक्टर दिवस) के अवसर पर देश के सभी डॉक्टरों को बधाई दी और उनकी सेवा और समर्पण के लिए अपनी कृतज्ञता प्रकट की।
पीएम मोदी ने कोरोना वायरस के इस संकट के दौरान डॉक्टरों द्वारा दिए गए योगदान पर कहा कि पिछले डेढ़ सालों से जब देश कोरोना वायरस से इतनी बड़ी जंग लड़ रहा है तब तब डॉक्टरों ने दिन-रात एक कर लाखों लोगों का जीवन बचाया। ऐसा करते हुए कई डॉक्टर्स ने देश के लिए अपना जीवन भी समर्पित कर दिया। पीएम मोदी ने ऐसे डॉक्टर्स को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके परिवारजनों के प्रति अपनी संवेदना भी प्रकट की।
पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह से कोरोना वायरस अपने रूप बदल रहा है और नए स्ट्रेन सामने आ रहे हैं, देश के डॉक्टर्स लगातार प्रोटोकॉल्स बनाने में सहायता कर रहे हैं। साथ ही इन डॉक्टर्स का ज्ञान एवं अनुभव भी इस वायरस से लड़ने में हमारी सहायता कर रहे हैं।
Addressing the doctors community. Watch. https://t.co/lR8toIC88w
— Narendra Modi (@narendramodi) July 1, 2021
पीएम मोदी ने डॉक्टर्स को भगवान का दूसरा रूप बताते हुए कहा कि कई बार अनेकों लोगों का जीवन किसी बीमारी या दुर्घटना के कारण संकट में आया होगा अथवा कई बार यह भी लगा होगा कि कोई अपना बिछड़ने वाला है, ऐसे में डॉक्टर देवदूत बनकर सामने आ जाते हैं।
डॉक्टर्स को ईश्वर का दूसरा रूप कहा जाता है, तो ऐसे ही नहीं कहा जाता।
— PMO India (@PMOIndia) July 1, 2021
कितने ही लोग ऐसे होंगे जिनका जीवन किसी संकट में पड़ा होगा,
किसी बीमारी या दुर्घटना का शिकार हुआ होगा, या फिर कई बार हमें ऐसा लगने लगता है कि क्या हम किसी हमारे अपने को खो देंगे? – PM @narendramodi
पिछले कुछ दशकों में चिकित्सा के क्षेत्र में इंफ्रास्ट्रक्चर पर जिस तरीके से पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया, उसके विषय में पीएम मोदी ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में जितना ध्यान दिया जाना चाहिए था, वह नहीं दिया गया। साथ ही पीएम मोदी ने बढ़ी हुई जनसंख्या के विषय में भी कहा कि जिस प्रकार जनसंख्या का बोझ लगातार बढ़ता गया उसके बावजूद देश में संक्रमण की दर और मृत्यु दर कई विकसित देशों की तुलना में सँभली हुई नजर आई और इसका श्रेय परिश्रमी डॉक्टर्स और फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर्स को जाता है।
इसके अलावा पीएम मोदी ने चिकित्सा क्षेत्र में वर्तमान एनडीए सरकार के द्वारा किए गए व्यय पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का एलोकेशन दोगुने से भी ज्यादा अर्थात 2 लाख करोड़ रुपए से भी अधिक हुआ है, साथ ही चिकित्सा सुविधाओं की कमी वाले क्षेत्रों में हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की वृद्धि के लिए 50,000 करोड़ रुपए की क्रेडिट गारंटी स्कीम भी लाई गई है।
इस साल हेल्थ सेक्टर के लिए बजट का Allocation दोगुने से भी ज्यादा यानि दो लाख करोड रुपये से भी अधिक किया गया।
— PMO India (@PMOIndia) July 1, 2021
अब हम ऐसे क्षेत्रों में Health Infrastructure को मजबूत करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये की एक Credit Guarantee Scheme लेकर आए हैं, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है: PM
पीएम मोदी ने यह भी बताया कि पिछले कुछ सालों में देश में मेडिकल कॉलेज विशेषकर एम्स की संख्या में बढ़ोतरी हुई है जिससे देश में अंडरग्रेजुएट्स सीट्स में डेढ़ गुणा से ज्यादा जबकि पीजी सीट्स में 80 फीसदी का इजाफा हुआ है। पीएम मोदी ने यह भी कहा है कि मेडिकल फील्ड के लोग योग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी आगे आए हैं और जो काम पिछली शताब्दी में किया जाना चाहिए था, वह अब किया जा रहा है।
2014 तक जहां देश में केवल 6 एम्स थे, इन 7 सालों में 15 नए एम्स का काम शुरू हुआ है। मेडिकल कॉलेजेज़ की संख्या भी करीब डेढ़ गुना बढ़ी है।
— PMO India (@PMOIndia) July 1, 2021
इसी का परिणाम है कि इतने कम समय में जहां अंडरग्रेजुएट सीट्स में डेढ़ गुने से ज्यादा की वृद्धि हुई है, पीजी सीट्स में 80 फीसदी इजाफा हुआ है: PM
ज्ञात हो कि भारत में हर साल 1 जुलाई को राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। डॉक्टर्स डे प्रसिद्ध चिकित्सक और पश्चिम बंगाल के दूसरे मुख्यमंत्री डॉ. बीसी रॉय की स्मृति में मनाया जाता है। डॉ. रॉय का जन्म 1 जुलाई 1882 को हुआ था और उनकी मृत्यु भी 1 जुलाई को ही सन् 1962 में हुई थी। 1961 में डॉ. रॉय को भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया था। हालाँकि दुनिया के कई अन्य देश में भी डॉक्टर्स डे मनाया जाता है लेकिन प्रत्येक देश में इसके लिए अलग तारीखें तय की हैं।