उत्तर प्रदेश में 340.82 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (25 नवंबर 2021) को नोएडा के जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (एनआईए) की आधारशिला रखेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, इसके बाद उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र ऐसा राज्य बन जाएगा, जिसके पास पाँच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे।
Uttar Pradesh is poised to become the only state in India to have five international airports, as Prime Minister Narendra Modi will lay the foundation stone of the Noida International Airport (NIA) in Jewar, Gautam Buddha Nagar, Uttar Pradesh on 25 November, 2021: PMO pic.twitter.com/ITlol0j7Ub
— ANI (@ANI) November 23, 2021
उत्तर प्रदेश राज्य प्रशासन द्वारा सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है, “25 नवंबर को निर्धारित नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शिलान्यास के साथ, राज्य अब 5 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे बनाने की राह पर है, जो किसी राज्य में सबसे ज्यादा है।” भाजपा के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अपने बयान में आगे कहा है, “प्रधानमंत्री का गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान राज्य में बुनियादी ढाँचे का लगातार विकास कर रहा है।”
यह एयरपोर्ट दिल्ली एनसीआर में बनने वाला दूसरा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट होगा और इंदिरा गाँधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ कम करने में मदद करेगा। पीएमओ के अनुसार, हवाई अड्डा दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, अलीगढ़, आगरा, फरीदाबाद और आसपास के क्षेत्रों सहित कई शहरों के लोगों की सेवा करेगा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस एयरपोर्ट में 2 पैसेंजर टर्मिनल होंगे। टर्मिनल 1 की क्षमता 3 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष और टर्मिनल 2 की क्षमता 4 करोड़ यात्री प्रतिवर्ष की होगी। बताया जा रहा है कि टर्मिनल 1 को दो फेज में पूरा किया जाएगा। पहला फेज 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। वहीं, दूसरे फेज को भी इसी तरह 2 चरणों में पूरा किया जाएगा।
मालूम हो कि इस साल 20 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश में कुशीनगर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया था, जो राज्य का तीसरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। इसके अलावा, लखनऊ और वाराणसी में दो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहले से चालू हैं। 2022 में अयोध्या हवाई अड्डे और 2024 में नोएडा हवाई अड्डे के खुलने के साथ उत्तर प्रदेश भारत का एकमात्र राज्य बन जाएगा, जिसमें पाँच अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे होंगे।
Development of first phase done with a cost of over Rs 10,050 crore. Spread over more than 1300 hectares of land, the completed first phase of the airport will have a capacity to serve around 1.2 crore passengers a year and work on it is scheduled to be completed by 2024
— DD News (@DDNewslive) November 23, 2021
राज्य में फिलहाल आठ हवाई अड्डे चालू हैं, जबकि 13 हवाई अड्डों और सात हवाई पट्टियों को विकसित किया जा रहा है। हवाई अड्डे का निर्माण और संचालन स्विट्जरलैंड की ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी द्वारा किया जाएगा। नोएडा एयरपोर्ट के पहले चरण का काम 2024 तक लगभग 10,050 करोड़ रुपए की लागत से पूरा होने की उम्मीद है।
बता दें कि जेवर एयरपोर्ट प्रॉजेक्ट कुल 3500 हेक्टेयर जमीन पर पूरा होना है, लेकिन पहले चरण में सिर्फ 1300 हेक्टेयर पर ही काम होगा। इंदिरा गाँधी एयरपोर्ट से नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लगभग 72 किलोमीटर की दूरी पर है। नोएडा, फरीदाबाद और गाजियाबाद से इसकी दूरी 40 किलोमीटर है। ग्रेटर नोएडा से यह एयरपोर्ट 28 किमी, गुरुग्राम से 65 किमी और आगरा से 130 किमी की दूरी पर है।