इस साल गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में राजपथ पर निकाली गई 13 झाँकियों (13 tableau on Republic Day 2022) में से उत्तर प्रदेश की झाँकी को पहला स्थान मिला है। ऐसा लगातार दूसरी बार हुआ है कि उत्तर प्रदेश की झाँकी को पहला स्थान मिला है। उत्तर प्रदेश की झाँकी ‘एक जिला एक उत्पाद और काशी विश्वनाथ धाम’ विषय पर आधारित थी। वहीं सेंट्रल आर्म्ड फोर्सेज में CISF को सर्वश्रेष्ठ मार्चिंग दल चुना गया है। जबकि सेनाओं में नेवी का मार्चिंग दल टॉप पर रहा।
Uttar Pradesh selected as best state tableau of #republicdayparade.
— Shining Star 🇮🇳 (@ShineHamesha) February 4, 2022
Maharashtra wins in the popular choice category.
CISF named best marching contingent among CAPF: Defence Ministry. pic.twitter.com/rdauItSxci
पॉपुलर च्वाइस कैटेगरी की बात करें तो महाराष्ट्र की झाँकी नंबर वन पर रही। जबकि दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश सबसे पॉपुलर रहा। सेनाओं में पॉपुलर च्वाइस कैटेगरी में इंडियन एयर फोर्स को सर्वश्रेष्ठ चुना गया। बता दें कि प्रदेश की झाँकियों के लिहाज से इस मामले में दूसरा स्थान कर्नाटक को ‘पारंपरिक हस्तशिल्प के पालने’ पर आधारित झाँकी के लिए मिला। मेघालय को ‘मेघालय के 50 साल के राज्य का दर्जा और महिलाओं के नेतृत्व वाली सहकारी समितियों और एसएचजी को श्रद्धाँजलि’ पर झाँकी के लिए तीसरा स्थान मिला।
केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की कैटेगरी में शिक्षा मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय की झाँकियों को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया गया है। शिक्षा मंत्रालय और कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय की झाँकी का विषय ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति’ था, जबकि नागरिक उड्डयन मंत्रालय की झाँकी ‘उड़े देश का आम नागरिक’ विषय पर आधारित थी। गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस परेड में केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की नौ झाँकियों ने हिस्सा लिया था।
इसके अलावा आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय (CPWD) की झाँकी, ‘सुभाष @ 125’ विषय पर आधारित और ‘वंदे भारतम’ के ग्रुप डांस को स्पेशल प्राइज के लिए चुना गया है।
12 राज्यों की झाँकियों को किया गया था शामिल
इस बार के गणतंत्र दिवस परेड में देशभर के 12 राज्यों की झाँकियों को परेड में शामिल किया गया था। इसमें से सबसे अधिक प्रशंसा उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर की झाँकियों ने बटोरी। गौरतलब है कि इस बार के गणतंत्र दिवस समारोह को आजादी का अमृत महोत्सव के तौर पर मनाया गया। इसी के तहत इस 26 जनवरी पर राजपथ पर सबसे अधिक 75 फाइटर प्लेन ने उड़ान भरकर अपनी ताकत का अहसास कराया।