ओलंपिक मेडल विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों पर ट्रायल में छूट की माँग करने समेत कई तरह के आरोप लगाए थे। बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने फेसबुक लाइव के जरिए इन आरोपों को गलत बताया है। साथ ही योगेश्वर दत्त पर देश के साथ गद्दारी करने और बिना ट्रायल 2014 के कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने का आरोप लगाया।
बजरंग पुनिया ने कहा है, “हम सभी गुरु, कोच और खिलाड़ियों का सम्मान करते हैं। लेकिन कुछ खिलाड़ियों को इज्जत हजम नहीं होती, जो अभी भी समाज में जहर घोलने का काम कर रहे हैं। योगेश्वर दत्त जो बोल रहे हैं कि यह कुश्ती का काला दिन है। ये लोग ट्रायल एक ट्रायल के लिए बोल रहे हैं। मैं सभी को बताना चाहता हूँ वो ओलंपिक एसोसिएशन कमेटी के सदस्य हैं। उन्होंने वह लेटर पढ़ा है या नहीं पढ़ा। लेटर देखकर बोल रहे हैं या बिना देखे बोल रहे हैं, मुझे यह नहीं पता है। हमने उस लेटर में कहीं पर भी यह नहीं लिखा है कि एक ट्रायल देंगे।”
बजरंग ने आगे कहा है, “हमने सिर्फ समय माँगा है। हम बहन-बेटियों की इज्जत की लड़ाई लड़ रहे हैं। इसलिए ट्रेनिंग नहीं कर पा रहे हैं। इसलिए हमें टाइम दिया जाए न कि हमने सिर्फ एक ट्रायल की बात कही है। हमारे पास वह लेटर है। अगर योगेश्वर दत्त ने वह लेटर नहीं पढ़ा है तो हम वह उन्हें पढ़ा देंगे कि हमने उसमें क्या लिखा है।”
बजरंग पुनिया ने योगेश्वर दत्त पर आरोप लगाते हुए कहा है, “साल 2010 में चोटिल थे। साल 2014 में कॉमनवेल्थ गेम्स में सीधे टीम भेजी गई थी। इसमें एक फलवान योगेश्वर दत्त थे और दूसरे का मैं नाम नहीं लेना चाहता। ये दो पहलवान रोज जाकर कुश्ती फेडरेशन में बैठते थे और कहते थे कि बिना ट्रायल हमारा सेलेक्शन कर दो। मैं इनसे पूछना चाहता हूँ कि ओलंपिक के बाद इन्होंने कौन से तीर मार दिए थे जिससे बिना ट्रायल आपका सेलेक्शन हुआ।”
उन्होंने आगे कहा है, “साल 2015 में आपने देश के साथ गद्दारी की उसके मेरे पास सबूत हैं। उस साल वर्ल्ड चैम्पियनशिप जो कि ओलंपिक का क्वालीफायर के लिए टूर्नामेंट होता है। उस टूर्नामेंट से एक महीना पहले योगेश्वर दत्त ने सर्जरी करवाई थी। मैं उनके साथ रहता था। मेरे पास पूरे सबूत हैं। अगर वो कहेंगे तो मैं सबूत सोशल मीडिया पर भी डाल दूँगा। उस समय अमित धनखड़ दूसरे नंबर था, शायद वह क्वालीफाई हो सकता था और वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल आ जाता। लेकिन योगेश्वर दत्त ने चोटिल होने के कारण न तो चैंपियनशिप में भाग लिया और न ही वेट कैटेगरी से अपना नाम वापस लिया। यह देश के साथ बहुत बड़ी गद्दारी थी।”
साक्षी मलिक ने कहा है, “एक न्यूजपेपर में बृजभूषण के खिलाफ दिए गए सातों लड़कियों के बयान छपे थे। जब योगेश्वर दत्त कमिटी में थे। तब सभी लड़कियों ने वही बयान उनके सामने भी दिए थे। इसी बयान के आधार पर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल की है। इन सबके बाद भी वह कैसे बोल सकते हैं कि उन्हें कुछ नहीं मिला? बृजभूषण को क्लीन चिट मिल गई है। किसी लड़के ने प्रॉपर बयान दिए ही नहीं। फिर वह कैसे कह सकते हैं कि वो पहलवान बेटियों के पक्ष में हैं? अगर पक्ष में होते तो खुलकर बोलते कि लड़कियों के साथ गलत हुआ है।”
वहीं, विनेश फोगाट ने कहा है, “योगेश्वर दत्त के भाई ने फोन करके एक लड़की के हसबैंड को कहा कि आपकी पत्नी कमिटी में बयान देने आई है। इसका मेरे पास स्क्रीनशॉट है। जबकि कमिटी का यह नियम था कि कोई भी अंदर की बात बाहर नहीं बताएगा। ऐसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। मैंने, साक्षी ने और बजरंग ने कमिटी को मेल किया था और सोशल मीडिया पर भी लिखा था कि योगेश्वर दत्त ने लड़कियों के बयान लीक किए हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।”
विनेश ने आगे कहा है, “योगेश्वर दत्त को जब बड़ोदरा से टिकट नहीं मिल रही थी, तब उन्होंने पूरा कुश्ती जगत लगा दिया था। टिकट दिलाने के लिए योगेश्वर ने साक्षी मलिक को फोन किया था। इसके बाद वह भी गई थी मुख्यमंत्री जी से मिलवाने के लिए। पूरा कुश्ती जगत आपको टिकट इसलिए दिलवाने में लगा हुआ था ताकि आप कुश्ती में आने वाले नए बच्चों का भला करेंगे। हमारा परिवार बर्बादी की कगार पर खड़ा है। पता नहीं कब किसके साथ क्या हो जाए।”